भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कोयला घोटाले को लेकर इस्तीफा मांगा. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में कोयला घोटाले की सीबीआई रिपोर्ट पेश होने से पहले पीएम और कानून मंत्रालय के कहने पर उसमें बदलाव किए गए थे.
बीजेपी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजनाथ के उद्घाटन भाषण का ब्यौरा देते हुए कहा, ‘जब प्रधानमंत्री खुद संदेह के दायरे में हैं, तो कोयला घोटाले में सीबीआई की स्थिति रिपोर्ट के साथ तत्कालीन कानून मंत्री अश्विनी कुमार के कमरे में क्यों छेड़-छाड़ की गई?’
उन्होंने कहा, ‘बदलावों को देखने के बाद, सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की कि रिपोर्ट का सार बदल दिया गया है. अगर इस टिप्पणी के बाद भी प्रधानमंत्री अपने पद पर बने रहते हैं तो यह नैतिकता को दरकिनार कर देना होगा. हम मांग करते हैं कि उन्हें (मनमोहन सिंह) तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए.’
अश्विनी कुमार को इस खुलासे के बाद कानून मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था कि कोयला ब्लॉक आवंटन में सीबीआई की स्थिति रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट में पेश किए जाने से पहले उन्होंने उसमें बदलाव किया था. पूर्व में बीजेपी अध्यक्ष ने मांग की थी कि क्योंकि विवादास्पद कोयला ब्लॉक आवंटन के समय कोयला मंत्रालय प्रधानमंत्री के पास था, इसलिए उन्हें आत्मावलोकन करना चाहिए कि इस संबंध में किसकी जवाबदेही बनती है.
यूपीए के नौ साल के शासन के समारोहों पर टिप्पणी करते हुए जावड़ेकर ने कहा, ‘जब यूपीए शासन के नौ साल बाद देश में राजनीतिक और आर्थिक संकट है तो इन समारोहों की क्या आवश्यकता है.’
कांग्रेस के इस आरोप पर कि बीजेपी ने पिछले संसद सत्र में बाधा डाली, जावड़ेकर ने कहा कि समूची स्थिति के लिए सरकार जिम्मेदार है क्योंकि इसने केंद्रीय मंत्रियों पवन कुमार बंसल और अश्विनी कुमार के इस्तीफों की विपक्ष की मांग नहीं मानी थी.
उन्होंने कहा, ‘हम सिर्फ कानून मंत्री और रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. वे तब हमारी मांग पर सहमत नहीं हुए, लेकिन बाद में दोनों को इस्तीफा देना पड़ा. यह पहले भी किया जा सकता था. इसलिए यह सरकार है, जो इसके लिए (संसद सत्र नहीं चलने) जिम्मेदार है.’
कांग्रेस का जवाब
लालकृष्ण आडवाणी के बीमार होने और उनके घर के बाहर विरोध होने पर कांग्रेस की प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने निशाना साधते हुए कहा, 'आज मैंने देखा कि उनके बुजुर्गों की क्या मर्यादा है जिन्होंने उन्हें ऊपर उठाया है. जिनको मालूम है कि मौसम बदलने से बीमार होने वाले का ऐसा इलाज करना है कि उनके घर के बाहर लोग इकट्ठा होकर विरोध करें.' रेणुका चौधरी ने कहा, 'पीएम इस्तीफा नहीं देंगे. मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखना बंद कर दे बीजेपी.'