केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ राजस्थान कांग्रेस नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने दौसा में किसान पंचायत की. इस पंचायत में बड़ी संख्या में लोग जुटे. किसानों के सामने सचिन पायलट ने मंच से कृषि कानूनों की खामियां बताई. पायलट ने कहा कि यह लड़ाई लंबी है मगर हमें लड़नी है. सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी जी जान से इस कृषि कानून के खिलाफ लड़ेगी. पायलट ने कहा कि दौसा से शुरुआत हो रही है.
बताया जा रहा है कि कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस ने अब तक राजस्थान में विरोध के नाम पर रस्मअदायगी की थी. लेकिन पूर्व डिप्टी सीएम ने किसान पंचायत में हजारों की संख्या में लोग बुलाकर यह साफ कर दिया कि BJP के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस की तरफ से पायलट राजस्थान में चेहरा बनने जा रहे हैं.
बता दें कि मंच किसान पंचायत का था पर पायलट गुट के विधायकों ने सियासी तीर भी ख़ूब छोड़े. दौसा के विधायक मुरारीलाल मीणा ने कहा कि लोग कह रहे थे कि किसान पंचायत में कांग्रेस का क्या लेना देना है. तो मैं बता देना चाहता हूं कि सचिन पायलट यह किसान पंचायत कांग्रेस पार्टी की तरफ़ से कर रहे हैं.
वहीं, टोडा भीम के विधायक पीआर मीना तो यहां तक बोल गए कि सचिन पायलट के हाथ में कमान दी गई थी तो हमने राजस्थान में सरकार बनायी. अब किसान मसले पर भी पायलट के हाथ में कमान दी गई तो हम दिल्ली में सरकार बना लेंगे.
गौरतलब है कि डिप्टी सीएम के पद से हटने के बाद पायलट की यह पहली सभा थी. दौसा में इस किसान पंचायत में पायलट का ज़बरदस्त क्रेज लोगों में देखने को मिला. पायलट को देखने और मिलने के लिए भीड़ इस कदर बेकाबू हो गई कि उनको मंच के पीछे से निकलकर जाना पड़ा. मंच से बार-बार कहने के बावजूद लोग पायलट के सामने से हटने के लिए तैयार नहीं हो रहे थे.