मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने सोमवार को केंद्र और प्रदेश की बीजेपी नीत सरकार पर वोट के लिए धार्मिक धुव्रीकरण का आरोप लगाया है. यही नहीं, राज ने कहा कि मोदी और फड़नवीस सरकार ओवैसी बंधुओं का साथ देकर दंगा भड़काने का प्रयास कर रही है.
ठाणे में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा, 'केंद्र और महाराष्ट्र सरकार दंगा भड़काना चाहती है. दोनों ही सरकार ओवैसी बंधुओं का साथ दे रही है. वह उन्हें भड़काऊ भाषण देने की इजाजत देते हैं ताकि हिंदुओं की भावनाएं आहत हों और इस तरह धर्म का धुव्रीकरण कर वह वोट जीत सकें.' राज ठाकरे ने कहा कि उनके खिलाफ 92 मामले दर्ज हैं, जबकि ओवैसी भाईयों के खिलाफ कोई केस नहीं है.
याकूब मेमन को लेकर कोर्ट पर उठाए सवाल
मनसे प्रमुख ने मुंबई हमलों के गुनहगार याकूब मेमन की फांसी का बचाव करने वालों को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने इसे तमाशा करार देते हुए सलमान खान, महेश भट्ट और राम जेठमलानी की कड़ी निंदा की. मेमन की फांसी को लेकर कोर्ट के तौर तरीकों पर सवाल उठाते हुए राज ने कहा, 'आम आदमी के लिए जो कोर्ट गर्मियों में छुट्टी के कारण बंद रहती है. दीपावली की छुट्टी लेती है, वही कोर्ट याकूब मेमन जैसे आतंकी के लिए रात भर और सुबह तड़के 3 बजे भी खुली रहती है.'
राज ठाकरे ने कहा कि सरकार ने जिस तरह याकूब मेमन मामले का तमाशा बनाया, साफ जाहिर है कि वह दंगा भड़काना चाहती थी. उन्होंने मेमन को लेकर मीडिया कवरेज को भी घेरा.
'फड़नवीस अच्छा आदमी'
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को अच्छा आदमी बताते हुए राज ठाकरे ने कहा कि सीएम को अमित शाह और मोदी ने बांध रखा है. राज ठाकरे ने कहा, 'यह उम्मीद नहीं थी कि इस सरकार का पर्दाफाश इतनी जल्दी हो जाएगा. अच्छे रन बनाने की बजाय यह सरकार 'चिक्की' सिंगल ले रही है.' मनसे प्रमुख ने उन खबरों को खारिज किया, जिसमें कहा गया कि उन्होंने उद्धव ठाकरे के साथ गुपचुप ढंग से कोई बैठक की है.