छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के माना एयरपोर्ट पर 940 दिन से खड़े बांग्लादेश एयरलाइंस के एक विमान की कुर्की की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इस विमान का पार्किंग शुल्क 60 लाख रुपया हो चुका है.
बांग्लादेश एयरलाइंस न तो इस विमान को ले जा रही है और न ही इसका किराया जमा करने में कोई रुचि दिखा रही है. नतीजतन DGCA और ईस्टर्न रीजन कोलकाता इस यात्री विमान के किराए की वसूली के लिए बांग्लादेश एयरलाइंस को नोटिस जारी करने की तैयारी में हैं.
अगर बांग्लादेश एयरलाइंस ने समय सीमा पर पार्किंग शुल्क नहीं दिया, तो 220 सीटर बांग्लादेशी विमान यूनाइटेड एयरवेज मॉडल की कुर्की की जाएगी. सात अगस्त 2015 को इस बांग्लादेशी विमान की रायपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग की गई थी. उस वक्त यह विमान ढाका से मस्कट जा रहा था. इसमें 170 यात्री सवार थे.
क्रैश होते-होते बचा था विमान
यह बांग्लादेशी विमान सात अगस्त 2015 की रात को क्रैश होते-होते बचा था. विमान के इंजन का एक हिस्सा रायपुर शहर से करीब साठ किलोमीटर दूर बेमेतरा इलाके में गिरा था. इस दौरान इसमें सवार पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग के लिए ATC नागपुर से संपर्क किया था, लेकिन उसे रायपुर एयरपोर्ट में लैंडिंग कराने के निर्देश दिए गए थे.
सुरक्षित लैंडिंग के बाद विमान में सवार यात्रियों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन अब रायपुर एयरपोर्ट अथॉरिटी के लिए यह विमान मुसीबत बन गया. एप्रेन एरिया में पार्क किए गए इस विमान की वजह से दूसरे विमानों की पार्किंग को लेकर रोजाना परेशानियां उठानी पड़ती हैं. इतना ही नहीं, रनवे विस्तार के काम में यह विमान कई पेचीदगियां पैदा कर रहा है.
उड़ान नहीं भर पा रहा है विमान
इस विमान को उड़ाने के लिए बांग्लादेशी इंजीनियरों ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है, लेकिन अब तक कामयाब नहीं हो पाए हैं. 17 फरवरी 2016 को इस विमान का इंजन भी बदला गया. नए इंजन को लगाने के बाद टेस्ट किया गया, लेकिन इंजन ऑन होने के बाद बंद हो गया.
आखिरकर बांग्लादेशी इंजिनियर इस विमान को अपने हाल पर छोड़कर वापस लौट गए. इसके बाद से किसी ने इसकी सुध तक नहीं ली. रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के निर्देशक संतोष धोके के मुताबिक एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया और DGCA को इस विमान के बारे में पूरी जानकारी देकर इसकी कुर्की की प्रक्रिया शुरू की गई है.