सात जुलाई से माओवादियों के 48 घंटे के बंद के दौरान रेल परिचालन को बाधित करने की योजना की खबरों के बीच रेलवे ने कहा कि वह इसे गंभीरता से ले रहा है और उसने इसके लिए त्वरित कार्रवाई दल को तैयार रखा है.
माओवादियों ने अपने वरिष्ठ पोलित ब्यूरो सदस्य चेरूकुरी राजकुमार उर्फ आजाद की आंधप्रदेश के अदीलाबाद में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे जाने की घटना के विरोध में सात जुलाई से 48 घंटे के बंद का आह्वान किया है.
रेल प्रवक्ता के अनुसार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पायलट ट्रेनें दिन के समय भी चलेंगी ओर सभी ट्रेनें समूहों में चलेंगी. फिलहाल झारखंड, बिहार, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ में माओवादी खतरे के कारण ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है.
सूत्रों के अनुसार आपात स्थिति में मौके पर ही तत्काल फैसला लेने के लिए गठित त्वरित कार्रवाई दल में सुरक्षाकर्मी और रेल अधिकारी होंगे. प्रवक्ता ने कहा कि अगर जरूरी होगा तो रेल सेवाओं को कुछ स्थानों पर नियमित किया जाएगा, लेकिन उनकी अधिकतम रफ्तार पर 65 किलोमीटर प्रतिघंटे की बंदिश जारी रहेगी.