नक्सलियों के 48 घंटे के बंद के दौरान बीती रात बिहार के गया जिले के गुरारु और इस्माइलपुर रेलवे स्टेशनों के बीच अप और डाउन रेल पटरी पर केन बम लगा देने से इस रेल मार्ग पर करीब छह घंटों तक ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा.
दूसरी ओर संदिग्ध माओवादियों ने पश्चिमी मिदनापुर जिले में झारग्राम के पास बुधवार को बारूदी सुरंग विस्फोट कर रेल पटरी उड़ा दी, जिससे एक मालगाड़ी के दो चालक घायल हो गये और इसका इंजन क्षतिग्रस्त हो गया.
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि नक्सलियों द्वारा रेल पटरी पर बम लगा दिए जाने के कारण बीती रात 11 बजे से बुधवार सुबह पांच बजे तक गया-मुगलसराय रेल खंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा, जिससे चार राजधानी ट्रेनों सहित एक दर्जन से अधिक ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर रुकी रहीं.
उन्होंने बताया कि रेल पटरी पर से बमों को हटा लिया गया है और सुबह पांच बजे के बाद से उक्त मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है.
रफीगंज के रेलवे सुरक्षा बल के निरीक्षक टी एस अहमद ने बताया कि बरामद किये गये बम केन बम थे जिनका वजन करीब पांच और सात किलोग्राम है. उन्होंने बताया कि बमों को निष्क्रिय कर दिया गया है.
दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में खाटखुरा रेल हाल्ट के पास जैसे ही मालगाड़ी का इंजन गुजरा बारूदी सुरंग में विस्फोट हो गया. इंजन और रेल की खिड़कियों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गये और घटनास्थल पर दो फुट का गहरा गड्ढा हो गया. शीशे की किरिच के कारण मालगाड़ी का ड्राइवर और सहायक ड्राइवर घायल हो गये.
पुलिस और रेल अधिकारियों ने बताया कि धमाके की प्रबलता के कारण दोनों पटरियों पर कई स्लीपर उड़ गये और ओवरहेड पावर केबल कट गये. दो मार्ग पर रेल सेवाएं ठप हैं. लंबी दूरी की कई गाड़ियों को मार्ग परिवर्तित कर चलाया जा रहा है या वे तड़के दो बजे से विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी हैं.
गौरतलब है कि नक्सलियों ने आम नागरिकों की समस्याओं को लेकर पांच राज्यों, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उडीसा और छत्तीसगढ में 48 घंटों के बंद की घोषणा कर रखी है.