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ओडिशा में महातूफान 'पिलिन' ने बरपाया कहर, 9 लोगों की मौत की आशंका, 35 लोगों को लेकर जा रहा जहाज लापता

शनिवार रात करीब साढ़े 8 से 9 बजे के बीच आया चक्रवातीय तूफान 'पिलिन' ओडिशा के गोपालपुर तट से आगे बढ़ गया है. ताजा अपटेड यह है कि अब वो ओडिशा के उत्तर पश्चिमी इलाके में चला गया है. जिस वक्त पिलिन गोपालपुर से टकराया उस वक्त उसकी रफ्तार 200 किलोमीटर प्रति घंटा थी. इस वक्त ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं. 12 तटीय जिलों में बिजली व्यवस्था ठप हो चुकी है. फोन सेवा भी बुरी तरह से प्रभावित है. मौसम विभाग की माने तो अगले 48 घंटों में भारी बारिश की आशंका है.

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रात भर मची तबाही के बाद सुबह की तस्वीरें
रात भर मची तबाही के बाद सुबह की तस्वीरें

शनिवार रात करीब साढ़े 8 से 9 बजे के बीच आया चक्रवातीय तूफान 'पिलिन' ओडिशा के गोपालपुर तट से आगे बढ़ गया है. ताजा अपटेड यह है कि अब वो ओडिशा के उत्तर पश्चिमी इलाके में चला गया है. जिस वक्त पिलिन गोपालपुर से टकराया उस वक्त उसकी रफ्तार 200 किलोमीटर प्रति घंटा थी. इस वक्त ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं. 12 तटीय जिलों में बिजली व्यवस्था ठप हो चुकी है. फोन सेवा भी बुरी तरह से प्रभावित है. मौसम विभाग की माने तो अगले 48 घंटों में भारी बारिश की आशंका है.

आजतक के संवाददाता राहुल कंवल गोपालपुर से लगातार सारे अपडेट्स दे रहे हैं. राहुल अपने ट्विटर अकाउंट (@rahulkanwal) पर गोपालपुर से पल-पल का अपडेट दे रहे हैं. आप भी राहुल कंवल को फॉलो कर सकते हैं.

मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि साइक्लोन की रफ्तार 220 किलोमीटर पार कर सकती है. अगर ऐसा हुआ तो 'पिलिन' सुपर साइक्लोन कहा जाएगा और तबाही अनुमान से भी कहीं ज्यादा होगी. ओडिशा में 6 लोगों की मौत हो चुकी है. कुल 9 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है. इसके अलावा पश्चिम बंगाल के हल्दिया से चीन जा रहा एक जहाज भी इसकी चपेट में आने से लापता हो गया है. इसमें 35 लोग सवार थे.

पढ़ें: कैसे पड़ते हैं तूफानों के नाम, और क्या नाम होगा अगले तूफान का....

तेज हवाओं के साथ भारी बारिश, अंधेरे में डूबा गोपालपुर, टूटी खिड़कियां
गोपालपुर में 210 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाओं से आसपास मौजूद घरों की खिड़कियां टूट गईं. राहुल कंवल ने जानकारी दी कि पहले हवाएं एक ही दिशा में चल रही थीं, लेकिन अब किसी भी दिशा में चल रही है और यह ज्यादा तबाही मचा रही है. 48 घंटे तक बारिश जारी रहने की आशंका है. पूरा गोपालपुर अंधेरे में डूब चुका है. बेहरामपुर में भी इसका असर देखने को मिल रहा है.

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 ओडिशा के तटीय जिलों, खासतौर से गंजाम, जहां का गोपालपुर-आन-सी तूफान का प्रवेश बिंदु था, में चारों तरफ अंधकार था, तूफान के गति के चलते पेड़ और बिजली के खंबे उखड़ गए. भारी वर्षा के कारण लोग घरों के भीतर रहे और सड़कों पर वाहन रुक गए.गोपालपुर के सारे होटल बंद कर दिए गए हैं.

 राजधानी भुवनेश्वर के अलावा राज्य के तटीय जिलों गजपति, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर, नयागढ़, कटक, भद्रक और केन्द्रपाड़ा में भारी से बहुत भारी बारिश हुई.

पश्चिम बंगालः 'पिलिन' की चपेट में आया जहाज
तूफान की चपेट में एक जहाज आ गया है. ये जहाज शुक्रवार को हल्दिया से चला था और इसे चीन जाना था. इस जहाज में 35 लोग सवार थे. बंगाल की खाड़ी में जहाज के लापता होने की खबर आ रही है. अभी तक इस जहाज के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है.

सेना, भारतीय वायुसेना, नौसेना, सीआरपीएफ और राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल आपदा से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में तैनात हैं.

यातायात बुरी तरह प्रभावित
चक्रवात के कारण हावड़ा और विशाखापतनम के बीच चलने वाली सभी रेलगाड़ियां रद्द कर दी गई हैं. ओडिशा के तटीय इलाकों और आंध्र प्रदेश के तीन तटीय जिलों में एहतियात के तौर पर बिजली आपूर्ति रोक दी गई है.

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‘फैलिन’ की वजह से विमान और रेल यातायात प्रभावित हुआ है और राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया है. भुवनेश्वर जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी गई है.

पढ़ें: श्रीकाकुलम पहुंचा पिलिन...

PHOTO: महातूफान 'पिलिन' ने रोकी जीवन की रफ्तार

झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश भी पहुंचेगा 'पिलिन'
गोपालपुर, ओड़िशा से शनिवार की रात सवा नौ बजे दो सौ किलोमीटर की रफ्तार से प्रवेश करने वाला तूफान रविवार की सुबह आठ बजे छत्तीसगढ़ पहुंचेगा और तब इसकी रफ्तार 63 से 115 किलोमीटर तक होगी. इसके साथ ही तूफान झारखंड में 63 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दाखिल होगा और सोमवार को पिलिन तूफान का असर पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिलेगा.

VIDEO: देखें किस रफ्तार से आ रहा है तूफान...

पहले अनुमान लगाया गया था कि तूफान शाम छह बजे से आठ बजे के बीच ओडिशा के तट पर पहुंचेगा. भारतीय मौसम विभाग का अनुमान है कि गंजाम, पुरी, खुर्दा और जगतसिंहपुर जिलों में लहरों की उंचाई तीन से साढ़े तीन मीटर के बीच होगी.

जानें हेल्पलाइन नंबर...

गोपालपुर और पुरी में गंभीर खतरा चेतावनी-10 जारी की गई है जबकि परादीप और चांदबाली बंदरगाहों पर गंभीर खतरा चेतावनी-9 जारी की गई है.

सोनिया गांधी और पीएम ने भी जाना हाल
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विदेश दौरे से आने के तुरंत बाद हालात की समीक्षा करने के बाद पिलिन के लिए अलर्ट पर रखे गए राज्यों को हरसंभव सहायता दिए जाने का शनिवार को निर्देश दिया.

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प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि मनमोहन सिंह को इंडोनिशया से वापसी के बाद कैबिनेट सचिव ने तत्काल जानकारी दी. उन्हें संकट से निपटने के लिए की गई व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी गई. पीएमओ ने एक ट्वीट में कहा, ‘प्रधानमंत्री को तूफान के प्रभाव से निपटने के लिए की गई व्यवस्थाओं के बारे में कैबिनेट सचिव ने जानकारी दी.’ वहीं सोनिया गांधी ने भी इस महातूफान की पूरी जानकारी ली.

ओडिशा में 6 लोगों की मौत
'पिलिन' से मची तबाही से ओडिशा में अभी तक 6 लोगों की मौत हो गई है. भुवनेश्वर और गंजाम जिले के खालीकोट और पोलसारा में पेड़ गिरने की तीन अलग-अलग घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो गई. दक्षिणी रेंज के डीआईजी अमिताभ ठाकुर ने बताया कि गोपालपुर में समुद्र के किनारे अर्जीपल्ली मरीन पुलिस स्टेशन में पानी आ जाने के बाद पुलिसकर्मियों को वहां से निकल जाने को कहा गया.

फंसे हुए हैं 18 मछुआरे
'पिलिन' की चेतावनी दिए जाने के बावजूद समुद्र में गए 18 मछुआरे शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी ओडिशा के पारादीप तट के पास अपनी नौका में फंसे हुए हैं. शुक्रवार को समुद्र की लहरों के बीच फंस जाने के बाद उन्होंने अपने मोबाइल फोन से बताया था कि वे संकट में हैं पर तटरक्षक बल के पोत समुद्र की उंची-उंची लहरों के कारण उनके पास पहुंच नहीं पा रहे.

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