कृषि मंत्री शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि कृषि उत्पादन बेहतर रहने से खाद्य वस्तुओं की कीमतें अगले वित्त वर्ष में घटने की उम्मीद है. उन्होंने यह भी कहा कि तब सरकार की चिंता भंडारण को लेकर होगी. पवार ने कहा कि जहां तक दालों और खाद्य तेलों का सवाल है, अगले 10 साल तक देश आयात पर निर्भर रहेगा.
अगले वित्त वर्ष में कीमतों में कमी आने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर कृषि मंत्री ने कहा, ‘‘शत प्रतिशत. 2011-12 में सरकार की चिंता अनाज के भंडारण को लेकर होगी.’’ उल्लेखनीय है कि सब्जियों और दालों की उंची कीमत के कारण खाद्य वस्तुओं पर आधारित मुद्रास्फीति 16 जनवरी को समाप्त सप्ताह को 17.40 फीसदी के स्तर पर पहुंच गयी.
दालों की कीमतों को नियंत्रित किये जाने के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘हमें अगले 10 साल या उसके बाद भी दालों और खाद्य तेलों का आयात करना होगा क्योंकि दिन-ब-दिन मांग बढ़ रही है. पुन: कमजोर तबके की क्रय शक्ति भी बढ़ रही है.’’ भारत ने 2008-09 के सीजन (नवंबर-अक्टूबर) के दौरान 81 लाख टन खाद्य तेलों का आयात किया था. देश में हर साल 30 से 40 लाख टन दालों का आयात किया जाता है.