scorecardresearch
 

प्री-मानसून की बारिश ने पकड़ा जोर, अच्छे मानसून के मिले संकेत

पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में कई जगहों पर आने वाले दिनों में बारिश रिकॉर्ड की जाएगी. ऐसा अनुमान है कि असम, मेघालय, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के अंदरुनी हिस्सों में तेज अंधड़ के साथ बारिश हो सकती है.

Advertisement
X
प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

देश भर में कई जगहों पर धूल भरी हवाओं के साथ ओलावृष्टि और बारिश रिकॉर्ड की गई. मौसम विभाग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक झारखंड में कुछ जगहों पर बादलों की गरज के साथ ओलावृष्टि हुई. दूसरी तरफ असम, मेघालय, त्रिपुरा, बिहार, पश्चिमी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, सौराष्ट्र और कच्छ कोस्टल और अंदरुनी कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु में इक्का-दुक्का जगहों पर बिजली की कड़क के साथ तेज हवाओं से बारिश रिकॉर्ड की गई. मौसम के जानकारों का कहना है इस समय पूरे भारत में ठीक वैसा ही मौसम है जैसा कि मानसून से पहले मई के महीने में होता है.

दरअसल, चाहे उत्तर भारत हो या मध्य भारत या फिर दक्षिण भारत या फिर पूर्वोत्तर भारत हर जगह पर मानसून से पहले का मौसम बखूबी बरकरार है. पिछले 24 घंटे में उत्तरी लखीमपुर में 5 सेंटीमीटर, पानागढ़ में 3 सेंटीमीटर, जमशेदपुर में 2 सेंटीमीटर, जोरहाट शांतिनिकेतन बांकुरा और पेंड्रा रोड पर एक सेंटीमीटर की बारिश रिकॉर्ड की गई. उत्तर भारत में ज्यादातर जगहों पर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आस-पास बना हुआ है. लेकिन, आंधी-पानी के चलते तापमान उस लेवल पर नहीं पहुंच रहा है. जिस लेवल पर हीट वेव की स्थिति होती है. इसके बावजूद देश में कुछ जगहों पर तापमान सामान्य के मुकाबले ऊपर चल रहे हैं. इन जगहों में खजुराहो में और दमोह में दिन का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं विदर्भ के अकोला में तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.

Advertisement

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि पूर्वोत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में बारिश और आंधी की संभावना बनी रहेगी तो वही दक्षिण भारत में तकरीबन 50 फीसदी इलाके में गरज के साथ बारिश के लिए अनुकूल स्थितियां बनी रहेंगी. पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में कई जगहों पर आने वाले दिनों में बारिश रिकॉर्ड की जाएगी. ऐसा अनुमान है कि असम, मेघालय, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के अंदरुनी हिस्सों में तेज अंधड़ के साथ बारिश हो सकती है. पूर्वी उत्तर प्रदेश, उड़ीसा और मध्य महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में तेज हवाओं के साथ आंधी-पानी की संभावना जताई जा रही है.

उधर अंडमान सागर में मानसून की हवाएं अगले तीन-चार दिनों में पहुंच जाने का अनुमान लगाया जा रहा है. मानसून पर पैनी नजर रखने वाले मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक विषवत रेखा से नाम हवाओं का प्रवाह भारत की तरफ हो चला है और यही वजह है की वैज्ञानिक इस बात को लेकर काफी विश्वास से भरे दिख रहे हैं कि अंडमान निकोबार में 15 तारीख के आसपास मानसून दस्तक दे देगा.

Advertisement
Advertisement