दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को जिन नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए उन्होंने सीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. केंद्रीय कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने तो यहां तक कह डाला कि अगर उनके ऊपर लगा एक भी आरोप साबित हो गया तो वो इस्तीफा दे देंगे और राजनीति से संन्यास ले लेंगे.
सिब्बल ने कहा, 'मेरे ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों में से अगर एक भी आरोप साबित हो गया तो मैं इस्तीफा दे दूंगा और राजनीति से संन्यास ले लूंगा. केजरीवाल ने जो आरोप लगाए हैं, उन्हें साबित करें नहीं तो अपना इस्तीफा दें.'
केजरीवाल साबित करके दिखाएं आरोप...
असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने केजरीवाल के भ्रष्ट राजनेताओं की सूची पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा, 'उन्हें साबित करने दीजिए कि मैं भ्रष्ट हूं.' केजरीवाल ने अपनी इस सूची में गोगोई का नाम भी शामिल किया है. गोगोई ने जोर देकर कहा, असम के लोगों ने मुझ पर कभी भी भ्रष्ट होने का आरोप नहीं लगाया. उन्होंने कहा, 'केजरीवाल को चुनाव के लिए असम में अपने उम्मीदवार खड़े करने दीजिए और असम के लोग उन्हें सही जवाब देंगे.'
साबित करें आरोप या तो मांगे माफी...
वहीं बीजेपी ने भी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केजरीवाल आरोप साबित करें नहीं तो माफी मांगे. पार्टी ने चेतावनी दी कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो वह उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेगी. केजरीवाल ने कांग्रेसी नेताओं सहित बीजेपी के नेताओं पर भी निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे भ्रष्ट हैं और कहा कि AAP उन सभी के खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़े करेगी. बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, 'बीजेपी बयान की निंदा करती है और उम्मीद करती है कि वह या तो सबूत पेश करेंगे या माफी मांगेंगे... नहीं तो कानूनी कार्यवाही सहित सभी विकल्प खुले हुए हैं.' उन्होंने कहा कि केजरीवाल को कोई अधिकार नहीं कि वह अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को भ्रष्ट कहें और बेबुनियाद आरोप लगाकर उनका चरित्र हनन करें.
केजरीवाल को गडकरी का कानूनी नोटिस...
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने अपने खिलाफ आरोप लगाने और उनका नाम भारत के सबसे भ्रष्ट नेताओं की सूची में शामिल करने के लिए केजरीवाल को एक कानूनी नोटिस भेज दिया. गडकरी के वकील के जरिए भेजे गए नोटिस में केजरीवाल से कहा गया है कि वह अपना बयान तीन दिन के भीतर वापस लें और ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. नोटिस में कहा गया है कि केजरीवाल अपनी मानहानिकारक और दुर्भावनापूर्ण टिप्पणी पर सभी समाचार चैनलों के समक्ष सार्वजनिक तौर पर और प्रकाशित करवा कर खेद जताएं. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होने पर उनके खिलाफ उपयुक्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी जिसमें आपराधिक मानहानि का मामला भी शामिल है.