ओडिशा के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तलचर में उर्वरक प्लांट के पुनरुद्धार कार्य के शुरुआत को हरी झंडी दिखाई. इसके बाद उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया. वहीं, उन्होंने झारसुगुड़ा में एयरपोर्ट का उद्घाटन भी किया. साथ ही गर्जनबहल कोयला खदान और झारसुगुड़ा-बारापली-सरदेगा रेल लाइन भी जनता को समर्पित की.
पीएम मोदी ने तलचर खाद प्लांट की शुरुआत में हुई देरी को लेकर पिछली कांग्रेस सरकार की आलोचना की. इस दौरान उन्होंने बताया कि बीजेपी सरकार आने के बाद चीजों को सरल किया गया, जिसके चलते अब इस प्लांट का पुनरुद्धार शुरू हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि अधिकारियों ने इस प्लांट से 36 महीने के अंदर उत्पादन करने का दावा किया है.
अधिकारियों की इस समयसीमा का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने ओडिशा की जनता से वादा किया कि 'मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, 36 महीने में काम पूरा होने के बाद मैं स्वयं फिर एक बार आपके बीच आऊंगा और इसका लोकार्पण करूंगा.'
तलचर उर्वरक संयंत्र के पुनरुद्धार कार्य के शुरू होने के मौके पर पीएम मोदी ने एक पट्टिका का अनावरण किया. यह कोयला गैस से चलने वाला भारत का पहला उर्वरक संयंत्र होगा. खाद बनाने के अलावा यह प्लांट प्राकृतिक गैस का उत्पादन भी करेगा जो देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में योगदान देगा.
Odisha: Prime Minister Narendra Modi lays foundation stone of Talcher Fertiliser Plant in Talcher pic.twitter.com/LjQ43NPsyV
— ANI (@ANI) September 22, 2018
इस प्लांट के बाद पीएम मोदी ने झारसुगुड़ा हवाईअड्डे का उद्घाटन किया. यह एयरपोर्ट पहाड़ी इलाके में 4500 फीट ऊंचाई पर बनाया गया है. इसके अलावा वह गर्जनबहल कोयला खदानों और झारसुगुड़ा-बारापली-सरदेगा रेल संपर्क को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
पीएम मोदी ने तलचर पहुंचने पर ट्वीट भी किया. उन्होंने लिखा, 'तलचर में आकर मैं बहुत खुश हूं. मैं उर्वरक प्लांट में काम की शुरुआत में में आगे बढ़ने का काम करने पर मैं बेहद खुश हूं. हम उन सपनों को पूरा कर रहे हैं, जो बहुत पहले पूरे हो जाने चाहिए थे.'
बता दें कि चुनावी दृष्टि से ओडिशा बीजेपी के लिए काफी महत्वपूर्ण राज्य है. यहां फिलहाल बीजू जनता दल (बीजेडी) की सरकार है, लेकिन बीजेपी यहां सत्ता परिवर्तन की हर मुमकिन कोशिश में जुटी हुई है. राज्य में 2014 में ही विधानसभा चुनाव हुए थे. बीजेडी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कुल 21 में से 20 सीटों पर जीत दर्ज की थी और विधानसभा चुनाव में भी एकतरफा नतीजे पाकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी.