प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संसद के शीतकालीन सत्र के सुचारु संचालन में सभी दलों से सहयोग का आह्वान करते हुए गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार संसद में सभी मुद्दों पर चर्चा करने की इच्छुक है.
प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि राज्यसभा व लोकसभा के सदस्य एक साथ आएंगे और राष्ट्र जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, वे मुद्दे उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा, 'हम दोनों सदनों में सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं.'
शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले संसद से बाहर संवाददाताओं से बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए काम करना विपक्ष और सरकार, दोनों की जिम्मेदारी है.
उन्होंने कहा, 'वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती के कारण हमारा देश भी आर्थिक मोर्चे पर कई समस्याओं का सामना कर रहा है. हमें अपने युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए बड़े पैमाने पर नौकरियों के सृजन की आवश्यकता है.'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमें आधारभूत संरचना और स्वास्थ्य तथा शिक्षा जैसी समाजिक सेवाओं के क्षेत्र में निवेश बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि साामाजिक आर्थिक विकास को गति दी जा सके.'
उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार का मानना है कि सफलता अर्जित करने के लिए हमारी राजनीति के सभी पक्षों के सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है. सभी राजनीतिक दलों को राष्ट्रीय हित के लिए हाथ मिलाने की आवश्यकता है.'
संसद का शीतकालीन सत्र 22 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगा.