मशहूर एक्टर परेश रावल गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर बन रही फीचर फिल्म में लीड रोल के लिए चुने जा सकते हैं. विदेश में रह रहे गुजराती फिल्म मेकर मितेश पटेल यह फिल्म बना रहे हैं. इसमें नरेंद्र मोदी के संघर्ष और उनके गुजरात के मुख्यमंत्री बनने तक के सफर को दिखाया जाएगा. पटेल इन दिनों गुजरात में हैं और फिल्म की शूटिंग के लिए लोकेशन फाइनल करने में लगे हैं.
बकौल मितेश, सरदार पटेल के बाद मोदी इकलौते ऐसे नेता हैं, जिन्हें वाकई में जननेता और नायक कहा जा सकता है. वड़ोदरा में पैदा हुए पटेल चाहते हैं कि फिल्म मोदी के जीवन और कामों को और भी ज्यादा लोगों तक पहुंचने में मददगार हो. इस फिल्म के लिए नरेंद्र मोदी पहले ही अनुमति दे चुके हैं.
मोदी के पक्ष में जनसभा कर चुके हैं परेश
पिछले विधानसभा चुनावों में परेश रावल गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में जनसभाएं करते हुए नजर आए थे. परेश रावल के मुताबिक नरेंद्र भाई के पास राज्य के लिए, देश के लिए एक सच्चा विजन है.सरदार पटेल से मोदी की तुलना करते हुए परेश ने कहा कि दोनों ही नेता सीधा साफ बोलने वाले हैं, स्वभाव में खरे हैं और भविष्य का आकलन कर फैसला करते हैं. रावल ने और तारीफ करते हुए कहा कि दोनों ही मिट्टी के लाल हैं.
देश के लिए मोदी, फिल्म के लिए मैं
परेश रावल के मुताबिक इस देश के लिए वह क्षण निर्णायक होगा, जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनकर हमारा नेतृत्व करेंगे. उनके मुताबिक मेरे एक्टिंग करियर के लिए भी नरेंद्र मोदी का रोल निभाना एक निर्णायक और अमिट छाप छोड़ने वाला पल होगा.
पटेल का रोल निभा चुके हैं परेश रावल
गुजरात के रहने वाले परेश रावल न सिर्फ फिल्मों बल्कि थिएटर में भी काफी सक्रिय रहते हैं. उन्होंने 1993 में मोदी के आदर्श और गुजरात के जननायक सरदार वल्लभ भाई पटेल का रोलफिल्मी पर्दे पर निभाया था. फिल्म का नाम था सरदार और यह लौह पुरुष के जीवन पर आधारित थी.
कौन लिख रहा है फिल्म की कहानी
मिहिट बूटा और किशोर मकवाना ने एक किताब लिखी थी सामाजिक समरसता. यह किताब नरेंद्र मोदी के लेखों और भाषणों पर आधारित थी. यही दोनों इस फिल्म की कहानी लिख रहे हैं. 2014 तक फिल्म को रिलीज करने की योजना है, इसलिए इस बायोपिक पर तेजी से काम चल रहा है. कहानी की शुरुआत उस दौर से होगी, जब नरेंद्र मोदी बस स्टॉप पर चाय बेचते थे और उसका अंत उनके राष्ट्रीय क्षितिज पर उभरने के समय में होगा.