पाकिस्तान का अजमल आमिर कसाब जिसे दिमाग में जेहाद का जहर भरकर एक मामूली चोर से इंसानियत का हत्यारा बना दिया गया. उसके जैसे कई कसाब तैयार हो रहे हैं पाकिस्तान में.
न्यूजलाइन पत्रिका में छपी खबर के मुताबिक पाकिस्तान में पांचवी से पहले ही हो रहा है बच्चों का ब्रेनवॉश. उनके दिमाग में भरी जा रही है नफरत. पाकिस्तान के मदरसों में बच्चों को एक ऐसा पाठ पढ़ाया जा रहा है जो बड़े होने पर उन्हें ले जाएगा तबाही की ओर... मदरसों ने इसके लिए बदल दिए गए हैं शब्दों के अर्थ, उन्हें बताया जा रहा है कि अंग्रेजी के ए से उर्दू में होता है अल्लाह, बी से होता है बंदूक, जे से होती है जेहाद, टी से होता है टकराओ, के से होता है खंजर, एच से होता है हिज़ाब यानी पर्दा, और जेड से होता है ज़ुनूब यानी पाप.
किताब से बच्चों को दी जा रही है हिंसा की तालीम. बच्चों के दिमाग में भरा जा रहा बंदूक, खंजर और बदले की भावना. इतना ही नहीं बच्चों को बाहरी दुनिया देखने से मदरसे रोक रहे हैं. मदरसों में बताया जा रहा है कि जेड से ज़ुनूब को विस्तार से बताते हुए कहा गया है कि ज़ुनूब यानी पाप होते हैं टेलीविजन देखना, संगीत सीखना, और पतंग उड़ाना.
बंदूक, खंजर और बदले के जुनून में लिपटी ऐसी किताब को पाकिस्तान सरकार की ओर से भले ही लागू ना किया गया हो लेकिन मदरसों में हजारों बच्चों को उसी किताब के पाठ पढ़ाए जा रहे हैं. इकरा पब्लिशर्स की किताब से दी जा रही है कसाब बनने की तालीम और तैयार की जा रही है तबाही की पौध.