पाकिस्तान को अपने आतंक के नेटवर्क को खत्म करना ही होगा. रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने बुधवार को पाकिस्तान को स्पष्ट लहजे में पैगाम दिया कि बहानेबाजी से काम नहीं चलेगा. पाकिस्तान को इस बार आतंक के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी होगी. एंटनी ने ये भी कहा कि भारत ने अपने सारे विकल्प खुले रखे हैं.
पाकिस्तान ने वही किया जिसकी आशंका थी. मुंबई हमले के सबूतों को उसने बिना देखे-परखे खारिज कर दिया. लेकिन ऐसी चालबाजी के जरिए पाकिस्तान अपनी खाल नहीं बचा सकता. भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान से दो टूक कह दिया है कि वो किसी मुगालते में नहीं रहे. भारत ने अपने सारे विकल्प खुले रखे हैं. रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा कि पाकिस्तान को अपने यहां चल रहे आतंक के नेटवर्क को खत्म करना होगा. आतंकवाद की ट्रेनिंग देने वाले टेरर कैंप को ध्वस्त करना होगा.
गौरतलब है कि मंगलवार को प्रधानमंत्री ने भी पहली बार मुंबई हमलों के लिए सीधे सीधे पाकिस्तान की सरकारी एजेंसियों को जिम्मेदार ठहराया था और अब एंटनी ने सारे विकल्प खुले होने की बात कह कर पाकिस्तान को कड़ा पैगाम दिया है. भारत के दिए सबूतों को नकार कर पाकिस्तान ने ये साबित कर दिया है कि उसकी मंशा आतंकियों पर कार्रवाई करने की बिल्कुल नहीं है. ऐसे में भारत के पास अपने दूसरे विकल्पों पर गौर करने के सिवा दूसरा क्या रास्ता है.
दुनिया भी पाकिस्तान की इस चालबाजी को बखूबी समझ रही है. अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री रिचर्ड बाउचर ने एक बार फिर मुंबई हमलों में पाकिस्तानी साजिश की बात को कबूल किया है. इस बीच अमेरिकी राजदूत और ब्रिटेन के उच्चायुक्त विदेश सचिव से मुलाकात की. पाकिस्तान की तरफ से सबूतों को नकारे जाने के बाद अमेरिकी और ब्रिटिश राजनयिकों की ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है.
पाकिस्तान की आतंकी नीति के खिलाफ दुनिया भर में तैयार हो रहे जनमत की एक और बानगी है अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्टीफन हेडली का बयान जिसमें उन्होंने साफ कहा है कि अमेरिकी सरकार के लिए पाकिस्तान की हालत चिंता का सबसे बड़ी वजह बन गई है.