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पाक में चल रहे आतंकवाद से निपटना होगा: रूस

रूस के राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव ने कहा है कि पाकिस्तान में मौजूद आतंक का गढ़ उसके और उसके मित्र राष्ट्रों के लिए खतरा है और इससे मिलकर निपटना होगा.

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दमित्री मेदवेदेव
दमित्री मेदवेदेव

पाकिस्तान है आतंकवाद का गढ़. पहली बार रूस से ये आवाज आई है. रूस के राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव ने कहा है पाकिस्तान में मौजूद आतंक का गढ़ उसके और उसके मित्र राष्ट्रों के लिए खतरा है और इससे मिलकर निपटना होगा.

अब रूस के माथे पर भी बल  पड़ गय़ा है. पाकिस्तान में चल रही आतंक की फैक्ट्री से अब रूस भी घबरा गया है. रूस को भी लगने लगा है कि पाकिस्तान में पनपता आतंकवाद दुनिया के लिए खतरा है. रूस के राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव ने अपनी सुरक्षा सेवा को साफ-साफ कह दिया है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान से उभर रहे आतंकी खतरे को नेस्तनाबूद करने के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ काम करो.

रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस यानी एफएसबी के टॉप अधिकारियों की बैठक में मेदवेदेव ने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देश में मौजूद आतंक के गढ़ हमारे और हमारे सहयोगियों के हितों पर अतिक्रमण है. आतंक के गढ़ को नष्ट करने के लिए हमें निश्चित रूप से अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी समुदाय का साथ देना चाहिए. एफएसबी के लिए अहम चुनौती है.

गौरतलब है एफएसपी सोवियत संघ के जमाने की सुरक्षा एजेंसी केजीबी का एक उत्तराधिकारी है. इससे पहले संसद के निचले सदन ड्यूमा के संसदीय दल के प्रतिनिधियों की बैठक में मेदवेदेव ने पाकिस्तान के तालिबानीकरण पर चिंता का इजहार किया था. जाहिर तौर मेदवेदेव की ये चिंता भारत के उस दावे पर मुहर है, जिसमें लगातार कहा गया है कि आतंकवादी पाकिस्तान की सरजमीं का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन, पाकिस्तान है कि मानता ही नहीं.

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