जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि देश में आम चुनाव से पहले बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की कोई लहर नहीं है. अब्दुल्ला ने यह भी साफ कर दिया कि लोकसभा चुनाव में वे मोदी की अगुवाई वाले एनडीए का हिस्सा नहीं बनेंगे.
अब्दुल्ला ने बीजेपी पर चुनावों से पहले संवेदनशील मसलों पर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने मेरठ में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाने वाले कश्मीरी छात्रों पर मुकदमा दर्ज किए जाने को भी गलत ठहराया.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के सेशन 3 में सवालों के जवाब देते हुए उमर ने कहा, 'लोकसभा चुनाव से पहले लहर जैसी कोई चीज नहीं है. अगर लहर थी, तो पूर्व पीएम इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के जमाने में उन नेताओं की लहर थी.' हालांकि, उन्होंने माना कि मोदी की रैलियों में भीड़ जुट रही और इसका कुछ फायदा भी मिल सकता है, लेकिन लहर जैसी कोई चीज नहीं है.
अब्दुल्ला ने यह भी कहा, 'नेशनल कॉन्फ्रेंस कभी भी मोदी की अगुवाई वाली बीजेपी का साथ नहीं देगी. यह वो एनडीए नहीं है, जिसमें पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी थे.'
कॉन्क्लेव में कश्मीर और वहां के लोगों के बारे में बात करते हुए उमर ने कहा, 'मेरठ में कश्मीरी छात्रों पर राजद्रोह का मुकदमा गलत था. सभी को अभिव्यक्ति की आजादी मिलनी चाहिए. बीजेपी इस मसले को चुनावी मुद्दा बनाने में जुट गई है.' धारा 370 के बारे में उमर ने कहा, 'चुनाव आने पर बीजेपी के लोगों को धारा 377 की याद आती है. वो इस पर कुछ भी नहीं करेंगे.'
जम्मू-कश्मीर में इस साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बारे में उमर ने कहा कि उनका जोर कश्मीरी युवकों को अधिक से अधिक रोजगार देने पर होगा. सूबे में निवेश को बढ़ावा देने पर जोर देंगे.
एक सवाल के जवाब में उमर ने कहा कि उनके बच्चे राजनीति में नहीं आएंगे. हालांकि उन्होंने कहा, 'मैं जिस तरह राजनीति में आया, उस तरह अपने बच्चों को नहीं आने दूंगा. अगर वो खुद अपने बूते आना चाहें तो कोई दिक्कत नहीं है.'
सेशन की शुरुआत में जब उमर ने कहा कि अगर वो किसी सवाल का जवाब नहीं दे पाए, तो दीपिका की तरह डांस नहीं कर सकते, इस पर समूचा हॉल ठहाकों से गूंज पड़ा.