गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर के बहुचर्चित सेक्स स्कैंडल की प्राथमिकी में वहां के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का नाम नहीं है.
राज्यपाल ने किया इस्तीफा नामंजूर
चिदंबरम के ताजा बयान के बाद उमर अब्दुल्ला को एक तरह से क्लीन चिट मिल गई है. एक और अहम घटनाक्रम में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने उमर अब्दुल्ला का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है. इसी के साथ यह स्पष्ट हो गया है कि वे प्रदेश के मुख्यमंत्री बने रहेंगे.
भावुकता के आधार पर इस्तीफा गलत
इससे पूर्व पीडीपी ने उमर अब्दुल्ला पर आरोप लगाते हुए सीबीआई का हवाला दिया था, लेकिन गृह मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि सेक्स स्केंडल में उमर का नाम नहीं है. उधर दिल्ली में कांग्रेस के नेता सैफुद्दीन सोज ने कहा कि एक मुख्यमंत्री को इस तरह भावुक होकर अपना इस्तीफा नहीं देना चाहिए.
अहम खुलासे से मचा बवाल
सेक्स स्कैंडल का भूत 2006 में सामने आया था, जब श्रीनगर में सबीना नाम की महिला को गिरफ्तार किया गया. सेक्स स्कैंडल में जैसे ही खुलासा हुआ कि इसमें राज्य के कुछ पूर्व मंत्री और आला अधिकारी शामिल हैं, श्रीनगर में बवाल मच गया और देखते ही देखते पूरे राज्य में कोहराम मच गया.
सीबीआई के पास है मामला
जम्मू-कश्मीर पुलिस के लिए इस केस को सुलझाना आसान नहीं था, क्योंकि इसमें नामचीन हस्तियां शामिल थीं. लोगों के गुस्से को देखते हुए मामला सीबीआई को सौंप दिया गया. सीबीआई ने इस मामले में जिन 18 लोगों को गिरफ्तार किया, उसमें राज्य के 2 पूर्व मंत्री समेत 1 आईएस अधिकारी, 1 डीआईजी, 2 डीएसपी शामिल थे.