2 अक्टूबर को गांधी जयंती, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पूरे देश में राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है. राष्ट्रीय पर्व के रूप में ही इन तिथियों पर अवकाश भी रहता है लेकिन सरकारी दस्तावेज में इनका कोई उल्लेख नहीं है.
लखनऊ के एक स्कूल में सातवीं की छात्रा ऐश्वर्या पराशर ने सूचना के अधिकार (आरटीआइ) से इन तिथियों को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने संबंधी जानकारी मांगी थी. 13 सितंबर को केंद्र सरकार से ऐश्वर्या को मिली जानकारी के मुताबिक गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने संबंधी कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है.
इस जवाब से निराश ऐश्वर्या कहती हैं- 'मैं किताबों में गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती को राष्ट्रीय पर्व के रूप में पढ़ रही हूं लेकिन इनके बारे में किसी आदेश का न होना आश्चर्य पैदा करता है.' इससे पहले ऐश्वर्या ने केंद्र सरकार से महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता घोषित करने संबंधी किसी आदेश की जानकारी मांगी थी.
ऐश्वर्या के सवाल पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संविधान के अनुच्छेद 18-1- का हवाला देकर महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता घोषित करने से इंकार करते हुए आरटीआई की अर्जी को राष्ट्रीय अभिलेखागार भेज दिया था. इसके बाद ऐश्वर्या ने केंद्रीय सूचना आयोग में अपील की. केंद्रीय सूचना आयुक्त बसंत सेठ के 7 अगस्त के आदेश में कहा गया कि केंद्र के पास गांधी जी को राष्ट्रपिता घोषित करने का कोई अभिलेख नहीं है.