अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) प्रशासन ने स्पष्ट किया कि उसने परिसर में फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट पर पाबंदी नहीं लगाई है और हाल के कुछ हफ्तों में विश्वविद्यालय के हजारों विद्यार्थियों, शिक्षकों और शोध छात्रों को सिर्फ तकनीकी खराबी के कारण ही इन वेब साइट से वंचित होना पड़ा.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय कम्प्यूटर सेंटर के निदेशक डाक्टर सुहैल मुस्तजब ने बताया कि पिछले कुछ हफ्तों से एएमयू परिसर के अंदर फेसबुक और ट्विटर नहीं चल पा रहे हैं. ऐसे में यह संदेह पैदा हो रहा है कि संस्थान प्रशासन ने जानबूझकर इन सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर पाबंदी लगाई है लेकिन यह बात बेबुनियाद है.
उन्होंने कहा कि दरअसल कुछ निश्चित घंटों के दौरान फेसबुक और ट्विटर के अत्यधिक इस्तेमाल से बढ़े बोझ के कारण पोर्टल की ‘बैंडविथ’ बाधित हो गई है, इसलिये विश्वविद्यालय में इन वेबसाइट का इस्तेमाल मुमकिन नहीं हो पा रहा है.
मुस्तजब ने कहा कि इस तकनीकी समस्या के बीच ‘पीक आवर्स’ में फेसबुक और ट्विटर के बेइंतहा इस्तेमाल के कारण शोध तथा शिक्षण से जुड़ी अन्य गतिविधियों में बाधा उत्पन्न नहीं होने देने के लिये विश्वविद्यालय प्रशासन को कुछ समय पहले मजबूरन कुछ सीमाओं के अंदर कार्रवाई करनी पड़ी थी लेकिन पिछले हफ्ते से परिसर के अंदर शाम पांच बजे से सुबह आठ बजे तक फेसबुक और ट्विटर उपलब्ध कर दिया गया है.