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ओडिशा: अस्पताल में 24 घंटे में 9 नवजात बच्चों की मौत, जांच के आदेश

ओडिशा के बुरला में एक अस्पताल में 24 घंटे के भीतर 9 नवजात बच्चों की मौत हो गई. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि सभी बच्चे वक्त से पहले जन्मे थे और गंभीर रूप से बीमार थे. राज्य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.

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ओडिशा में बच्चों की मौत
ओडिशा में बच्चों की मौत

ओडिशा के बुरला में एक अस्पताल में 24 घंटे के भीतर 9 नवजात बच्चों की मौत हो गई. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि सभी बच्चे वक्त से पहले जन्मे थे और गंभीर रूप से बीमार थे. राज्य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.

अस्पताल की सुपरिटेंडेंट डॉ. लक्ष्मीकांत दास ने अस्पताल प्रशासन की ओर से किसी लापरवाही की आशंका से इनकार किया. उन्होंने बताया कि सभी बच्चों को अस्पताल के शिशु वार्ड में इनक्यूबेटर (समय से पहले जन्मे बच्चों को जिंदा रखने की मशीन) में रखा गया था. सभी बच्चे समय से पहले जन्मे थे. उनका वजन बहुत कम था और उन्हें खून की कमी और सांस से जुड़ी दिक्कतें भी थीं.

उन्होंने कहा, 'उनमें से एक बच्चे का वजन मुश्किल से 560 ग्राम था. उनकी मौत महज इत्तेफाक है. हालांकि हम मामले की जांच करेंगे. मैंने विभाग के अध्यक्ष से तत्काल रिपोर्ट मांगी है.'

वहीं स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राउत ने बताया कि द डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग और शिशु भवन के डायरेक्टर को मामले की जांच करने को कहा गया है. उन्होंने कहा, 'शुरुआती जानकारी के मुताबिक ज्यादातर बच्चे जन्म के साथ बीमार थे. लेकिन जांच के बाद ही तस्वीर साफ होगी.'

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घटना के बाद अस्पताल में तनाव की स्थिति पैदा हो गई, जब बच्चों के परिजन अस्पताल प्रशासन को घटना का जिम्मेदार बताने लगे.

मामले को विपक्ष ने भी हाथोंहाथ लिया है. अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने बुरला में सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. वहीं बीजेपी नेता जयनारायण मिश्रा ने भी राज्य की बीजेडी सरकार पर अस्पताल की हालत सुधारने में नाकाम रहने का आरोप लगाया.

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