scorecardresearch
 

डॉक्‍टरों ने की लापरवाही, तो बच्‍चे की जान पर बन आई...

मुंबई में डॉक्टरों की लापरवाही से एक बच्चे की हंसती-खेलती जिंदगी सदमा बनकर रह गई है. अब बच्चे का पिता दर-दर की ठोकरें खाकर इंसाफ मांग रहा है. दूसरी ओर, अस्पताल प्रशासन मामले की जांच किए जाने की बात कह रहा है.

Advertisement
X
इलाज में भी सौ-सौ जोखिम...
इलाज में भी सौ-सौ जोखिम...

मुंबई में डॉक्टरों की लापरवाही से एक बच्चे की हंसती-खेलती जिंदगी सदमा बनकर रह गई है. अब बच्चे का पिता दर-दर की ठोकरें खाकर इंसाफ मांग रहा है. दूसरी ओर, अस्पताल प्रशासन मामले की जांच किए जाने की बात कह रहा है.

बिहार के सीतामढ़ी के रहने वाले सुबोध झा मुम्बई के एक स्कूल में गार्ड का काम करते हैं. उनका बेटा पुरुषोत्तम उसी स्कूल में 8वीं क्‍लास का स्टूडेंट है. बीते साल गर्मी की छुट्टी में पुरुषोत्तम अपने गांव गया था, जहां उसके हाथ में फ्रैक्चर हो गया. वहां से जब वह मुंबई आया, तो पिता ने कूपर हॉस्पिटल में इलाज कराया, जहां डोक्टरों ने ऑपरेशन करने के लिए कहा. लेकिन जैसे ही बच्चे को ऑपरेशन के लिए लाया गया, उसको सांस लेने में परेशानी होने लगी. सुबोध का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से ऐसा हुआ है.

बच्चे के पिता सुबोध झा ने कहा, 'ऑपरेशन से पहले जो सारे चेकअप किये जाते हैं, वह एक भी नहीं हुआ. जैसे ही उसको ऑपरेशन थिएटर ले गए और फ्रैक्चर की जगह पर थोड़ा-सा चीरा लगा, बच्चे को सांस लेने में प्रॉब्लम होने लगी. फिर डॉक्टर ने उसको मैग्‍नीशियम का इंजेक्शन दिया, लेकिन कुछ दिनों के बाद फिर बच्चे की हालत और बिगड़ने लगी.'

Advertisement

बच्चे की हालत जब ज्यादा ख़राब होने लगी, तो आनन-फानन में बच्चे को 10 मिनट में नायर हॉस्पिटल रेफर किया गया. लेकिन नायर हॉस्पिटल आने के बाद भी बच्चे की हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा है. पुरुषोत्तम कोमा में चला गया, जिससे उसके दिमाग का काफी हिस्सा खराब हो गया. बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है. बच्चे के पिता का कहना है कि यहां भी सही इलाज नहीं किया जा रहा है.

बच्चे के पिता ने कहा, 'नायर हॉस्पिटल में आए हुए 2 महीने हो चुके हैं, लेकिन कोई डॉक्टर कुछ भी बता नहीं रहा है. जिस डॉक्टर को बच्चे की देखरेख के लिए रखा गया है, वे अभी तक एक बार भी देखने नहीं आए. हम चाहते हैं कि उन डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, जिन्होंने ऐसी लापरवाही की है.'

अस्पताल प्रशासन का कोई भी अधिकारी कैमरे पर इस मुद्दे पर बात करने के लिए तैयार नहीं हुआ. इनका कहना है कि 6 डॉक्टरों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है. अस्पताल के ही दूसरे डॉक्टर जांच कर रहे हैं और इसकी रिपोर्ट जल्‍द ही सामने आएगी.

Advertisement
Advertisement