पश्चिम बंगाल के हालिया स्थानीय निकाय चुनावों में वाम मोर्चे की हार के लिए बुद्धदेव भट्टाचार्य सरकार की औद्योगिक एवं अन्य नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए भाकपा महासचिव ए बी बर्धन ने शुक्रवार को कहा कि उन पर पुनर्विचार किए जाने की जरूरत है.
बर्धन ने आंध्र प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा यहां आयोजित ‘मीट दि प्रेस’ कार्यक्रम में कहा, ‘यह स्पष्ट है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने जिन नीतियों का अनुसरण किया, लोगों ने उसे पसंद नहीं किया. औद्योगीकरण होना था. लेकिन औद्योगीकरण के नाम पर आप कृषि भूमि नहीं ले सकते.’
उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि औद्योगीकरण के नाम पर हम ऐसे उद्योग नहीं ला सकते जो लोगों की जरूरतों को तत्काल पूरा नहीं कर सकते. केमिकल हब या नैनो कार फैक्ट्री, ये प्राथमिकताएं नहीं हो सकते.’ बर्धन ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अल्पसंख्यकों की खासी आबादी है और वे वाम से दूर हो गए हैं. यह भी चुनावों में नाकामी की एक बड़ी वजह है.
उन्होंने कहा कि नीतियों पर विचार किए जाने की जरूरत है. कुछ कदम उठाए गए हैं. लेकिन वे पर्याप्त नहीं हैं. 33 साल से सत्ता में रहने का भी नुकसान हो सकता है. उन्होंने कहा कि जो आधार खिसक गया है, उसे दुरुस्त करने के लिए हम काम करते रहेंगे.