इन दिनों एक चिट्ठी झारखंड के मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के गले की फांस बन गई है. आज तमाड़ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव है और एक चिट्ठी में नक्सलियों की ओर से फरमान सुनाया गया है कि वो शिबू सोरेन को ही वोट दें. अब विपक्ष इसे मुद्दा बना रहा है और गुरुजी भन्नाए हुए हैं. गुरुजी गुस्से में हैं. गुस्से से आग बबूला हो रहे हैं.
वजह है सोमवार को तमाड़ में होने वाला उपचुनाव. मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की उपचुनाव में गर्दन फंसी हुई है. मुकाबला त्रिकोणीय हो चला है और इसी बीच विधानसभा क्षेत्र में घूमने लगी है नक्सलियों की ये चिट्ठी. इस चिट्ठी में नक्सलियों ने गुरुजी को ही वोट देने का फरमान सुनाया है और फरमान ना मानने पर ग्राम प्रधान के लिए मुकर्रर की है सजा-ए-मौत.
गुरुजी इस चिट्ठी को लेकर उठ रहे सवालों से भन्नाए हुए हैं और उन्हें लग रहा है कि कहीं नक्सलियों के चक्कर में गर्दन ना नप जाए. हालांकि शिबू सोरेन इसे विपक्ष की चाल बता रहे हैं. रांची के तमाड़ का ये इलाका नक्सलियों का गढ़ है. इसी इलाके में नक्सलियों ने जेडीयू विधायक की दिनदहाड़े हत्या कर दी थी. ऐसे में विपक्ष आरोप लगा रहा है कि शिबू सोरेन नक्सलियों का खौफ दिखाकर चुनाव जीतने की जुगत में हैं.
गुरुजी पर इससे पहले थाने से तीन नक्सलियों को छुड़वाने का दाग लगा था. तब विपक्ष ने विधानसभा में मुख्यमंत्री आवास से फोन किए जाने का आरोप लगाया था. लेकिन चिट्ठी का मामला ज्यादा पेचीदा है. नक्सलियों की बताई जा रही चिट्ठी चुनाव से ठीक पहले आई है.