नौसेना प्रमुख एडमिरल आरके धवन ने गुरुवार को कहा कि नौसेना चेन्नई में बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों की पहचान के लिए यूएवी (अनमैन्ड एरियल व्हीकल) का इस्तेमाल कर रही है. इसका मकसद नागरिक प्रशासन को राहत और बचाव में मदद देना है.
नौसेना दिवस से पहले एडमिरल धवन ने कहा, 'हमने नया तरीका निकाला है. यूएवी से हम उन इलाकों का सर्वे कर रहे हैं, जहां सबसे अधिक पानी लगा हुआ है. यह जानकारी फिर हम नागरिक प्रशासन को दे रहे हैं ताकि बचाव कार्य किया जा सके.'
धवन ने बताया कि नौसेना चेन्नई के अलावा तमिलनाडु के अन्य जिलों में भी राहत और बचाव के काम में लगी हुई है. चेन्नई हवाई अड्डा बंद होने की वजह से नौसेना के हवाई अड्डों का इस्तेमाल नागरिक उड़ानों के लिए किया जा रहा है.
INS रजाली बना वैकल्पिक हवाई अड्डा
नौसेना प्रमुख ने कहा कि चेन्नई से सड़क के रास्ते 90 किलोमीटर दूर अरक्कोणम के नौसेना अड्डे आईएनएस रजाली का प्रयोग वैकल्पिक हवाई अड्डे के रूप में किया जा रहा है. यहां से राहत सामग्री भेजी जा रही है और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें आ-जा रही हैं. नौ सेना ने अपने अभियान का नाम 'ऑपरेशन मदद' रखा है.
नौसेना प्रमुख ने बताया कि राहत और बचाव में आईएनएस ऐरावत को भी तैनात किया गया है. नौसेना के कुछ अन्य जहाज और विमान राहत-बचाव में लगे हुए हैं. नौसेना खाना और पानी बांट रही है. थलसेना, वायुसेना और नौसेना के बचाव अभियान का प्रबंध उच्चस्तरीय डिफेंस क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप कर रहा है. एक अधिकारी ने बताया कि राहत और बचाव में काम आने वालों समानों से भरे जहाजों को विशाखापत्तन से चेन्नई भेजा गया है.
-इनपुट IANS से