केंद्र सरकार नौ राज्यों में खाली पड़े राज्यपालों के पदों पर जल्द नियुक्तियों को लेकर विचार कर रही है, क्योंकि एक राज्यपाल के पास चार राज्यों का प्रभार है जबकि पांच अन्य के पास कम से कम दो-दो राज्यों की जिम्मेदारी है.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा, 'कुछ राज्यपाल दो-तीन राज्यों का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं, ऐसे में आने वाले हफ्तों में नई नियुक्तियां हो सकती हैं.' असम, हिमाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम और मणिपुर में राज्यपालों के पद खाली हैं. ये राज्य कांग्रेस शासित हैं. इनके अलावा बिहार, त्रिपुरा और तेलंगाना में भी फिलहाल पूर्णकालिक राज्यपाल नहीं हैं, जहां क्रमश: जदयू, वाम दल और टीआरएस का शासन है.
पंजाब में भी राज्यपाल का पद खाली हैं जहां अकाली दल-बीजेपी की सरकार है. पुड्डुचेरी में भी उप राज्यपाल की नियुक्ति की जानी है.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी बिहार, मेघालय और मिजोरम का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं, तो नगालैंड के राज्यपाल पद्मनाभ आचार्य असम और त्रिपुरा में भी राज भवनों की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी को पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह हिमाचल प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं. उत्तराखंड के राज्यपाल केके पॉल मणिपुर के राज भवन के भी प्रभारी हैं.
- इनपुट भाषा