पीएम उम्मीदवारी को लेकर बीजेपी के खिलाफ जेडीयू ने अपने रुख में नरमी के संकेत दिए हैं. जेडीयू सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के अनुसार बीजेपी को और 6-7 महीने का वक्त जेडीयू दे सकती है.
जेडीयू की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक आज से दिल्ली में शुरू हो रही है, जिसमें पार्टी एनडीए के अगले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के विषय पर जोर दे सकती है. यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब जेडीयू ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने के विचार पर गहरे एतराज के संकेत दिये हैं.
जेडीयू को नरेंद्र मोदी के नाम पर है आपत्ति
नरेंद्र मोदी के नाम पर जेडीयू की नापसंदगी जगजाहिर है और पार्टी की ओर से एनडीए गठबंधन के अगले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की जल्द घोषणा करने की मांग किये जाने की संभावना है. पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले धर्मनिरपेक्षता पर अपनी प्रतिबद्धता को फिर से दोहरा सकती है.
जेडीयू के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि पार्टी का पुराना रूख रहा है कि एनडीए का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार धर्मनिरपेक्ष छवि के किसी व्यक्ति को बनाया जाना चाहिए. एक ऐसा नेता जो सभी को स्वीकार्य हो और सभी वर्ग के लोगों को साथ लेकर चलने में विश्वास रखता हो.
जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना से जुड़े सवाल का सीधा जवाब देने से बचते हुए कुछ दिन पहले ही कहा था, ‘हमने पहले भी कभी धर्मनिरपेक्षता पर समझौता नहीं किया था और अब भी हम नहीं कर रहे हैं.’