गौरतलब है कि भूमि अधिग्रहण पर हंगामे के दौरान वैंकेया ने संसद में कहा था कि विपक्ष आत्मअवलोकन करें कि जनता ने उसे क्यों नकार दिया है. इस बात से नाराज विपक्ष ने उनसे कहा कि वो माफी मांगें लेकिन नायडू ने इस बात को नकार दिया था. इसी मुद्दे पर गुरुवार सुबह कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी जिसमें फैसला लिया गया था कि जब तक वेंकैया नायडू अपने बयान पर माफी नहीं मांगते, तब तक हम संसद में रेल बजट पेश नहीं होने देंगे.
गुरुवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. इस मुद्दे पर संसदीय कार्यमंत्री ने सफाई देते हुए कहा कि सिस्टम में बहस होती रहती है. मैं सभी पार्टी और सभी सांसदों का सम्मान करता हूं. उन्होंने कहा कि मैंने कोई असंसदीय बात नहीं की है. मेरा सबके प्रति सम्मान है. हम विपक्ष का सम्मान करते हैं और मैंने ऐसी कोई भी बात नहीं की, जो किसी के सम्मान को ठेस पहुंचाए.
वहीं मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि नायडू की ओर से जो भी बातें की गई हैं, वो सदन में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. किसी का भी अपमान सहा नहीं जाएगा. मुझे लगता है कि अपमान करना आप सभी के कार्यक्रम में शामिल हैं.