कुछ समय पहले ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजॉन पर तिरंगे वाले डोरमैट बिकने का मामला सामने आया था. इस मुद्दे को लेकर भारत सरकार ने काफी कड़ा रुख अपनाया था. अब इस मामले को लेकर एक नया खुलासा हुआ है, कुछ दस्तावेजों से पता लगा है कि किस प्रकार मोदी सरकार इस मुद्दे को लेकर काफी सख्त हो गई थी.
दस्तावेज से पता चला कि भारत सरकार ने अमेरिकी कंपनी के खिलाफ निजी और सार्वजनिक तौर पर विरोध दर्ज किया था. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी ट्विटर पर कड़ा रुख अपनाते हुए अमेजॉन को फटकार लगाई थी, और प्रोडक्ट ना हटाने की स्थिति में उसके कर्मचारियों का वीज़ा बैन करने को कहा था.
@SushmaSwaraj Madam. Amazon Canada must be censured and warned not to sell India flag doormats. Please take action. pic.twitter.com/td4KXlDUQL
— Atul Bhobe (@atulbhobe) January 11, 2017
रॉयटर्स के हवाले से पता चलता है कि भारत सरकार ने इस मुद्दे को लेकर अमेरिका और कनाडा में भारतीय दूतावास को अमेजॉन के सामने इस मुद्दे को सख्त रूप से उठाने का निर्देश दिया था, जिसके बाद यह मुद्दा अमेजॉन के सीईओ जेफ बेजोस तक पहुंचा था.
Amazon must tender unconditional apology. They must withdraw all products insulting our national flag immediately. /1
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) January 11, 2017
तीन साल की सजा का प्रावधान
गौरतलब है कि भारत में व्यापार की अधिक संभावनाओं के कारण अमेजॉन ने 5 बिलियन डॉलर का निवेश किया है. इसके बाद अमेजॉन ने भारत के राष्ट्रीय-ध्वज और उसके प्रतीकों से जुड़ें भारतीय कानूनों को अपनी वैश्विक कार्यशैली का हिस्सा बना लिया है. आपको बता दें कि राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने पर तीन साल की सजा होने का प्रावधान है.
मांगी थी माफी
जब यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, उसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अमेजॉन को कड़ी फटकार लगाई थी. हालांकि बाद में अमेजॉन इंडिया के उपाध्यक्ष अमित अग्रवाल ने भारत सरकार को चिट्ठी लिखकर माफी मांगी थी.