अमेरिकी समाचार पत्र ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के संपादकीय बोर्ड ने कहा है कि बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी अगर लोगों में ‘भय’ और ‘विद्वेष’ को बढ़ावा देते हैं तो वह भारत को प्रभावशाली नेतृत्व देने की उम्मीद नहीं कर सकते.
अखबार के संपादकीय बोर्ड ने 63 वर्षीय मोदी पर लिखे संपादकीय में कहा, ‘श्री मोदी ने विपक्ष के साथ मिलकर काम करने और विरोध को सहन करने की क्षमता नहीं दिखाई है.’
संपादकीय में कहा गया है कि मोदी ने पहले ही बीजेपी के 17 साल पुराने सहयोगी जनता दल (यू) को अलग कर दिया. दोनों दलों का गठबंधन टूट गया, क्योंकि जदयू ने पाया कि ‘श्री मोदी स्वीकार्य नहीं हैं.’ इसमें कहा गया, ‘भारत बहुधर्मी देश है और मोदी इसे प्रभावी नेतृत्व देने की उम्मीद नहीं कर सकते, अगर वह अपने बहुत सारे लोगों के बीच भय और विद्वेष को प्रोत्साहित करते हैं.’