'ठप्पा कहां है.' अस्पताल में नवजात बच्चों को उठाए हुए आमिर खान बच्चों के जिस्म वह निशान ढूंढ रहे हैं, जो जन्म से उनका मजहब तय करता है. फिल्म 'पीके' का सीन है, आपको याद होगा. लेकिन ऐसा कोई ठप्पा तो ऊपर वाले ने बनाया नहीं. ओवैसी बोले, 'इस्लाम अपनाएं, तब होगी घर वापसी'
लेकिन मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी एमआईएम के लीडर अकबरुद्दीन ओवैसी ने यह मुश्किल काम कर दिखाया है. जनाब वह 'ठप्पा' ढूंढ लाए हैं जो यह दावा करता है कि हर बच्चा जन्म से मुस्लिम होता है. एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने 'हां' लिखते हुए 'मानव हाथ' की एक 'अप्रतिम' तस्वीर साझा की है. तस्वीर में पांचों उगलियों के पसमंजर में अरबी भाषा में 'अल्लाह' लिखा हुआ है.
इस तस्वीर में एक तरफ एक कार्टून भी चस्पा है. कार्टून कुछ यूं है कि अकबरुद्दीन के बड़े भाई और एमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी कह रहे हैं कि हर बच्चा जन्म से मुस्लिम होता है. इस पर 'पीके' में आमिर का किरदार पूछता है, 'ठप्पा कहां है.' तो उस पर अकबरुद्दीन का यह जवाब है. पांच उंगलियों की तस्वीर.
इस तस्वीर के साथ लिखा है, 'गौर से देख लो ये ठप्पा. सहमत हो तो शेयर करो ज्यादा से ज्यादा.'