यदि पार्टी CM पद के लिए योग्य समझती है तो तैयार हूं
यही नहीं तथागत रॉय ने बीजेपी की ओर से पश्चिम बंगाल के सीएम पद की दावेदारी भी पेश की है. तथागत रॉय ने कहा, "यदि मेरी पार्टी फैसला लेती है कि मैं मुख्यमंत्री पद के लिए योग्य उम्मीदवार हूं, तो मैं इसे स्वीकार करूंगा." 74 वर्षीय बीजेपी नेता ने कहा कि उन्होंने अपने विचार केंद्रीय नेतृत्व को बता दिया है और जवाब का इंतजार कर रहे हैं.
बता दें कि तथागत रॉय का बतौर मेघालय राज्यपाल कार्यकाल बढ़ाया गया है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की राजनीति में लौटने की मेरी इच्छा नई नहीं है मैं हमेशा सक्रिय राजनीति में रहना चाहता था, मैं कभी राज्यपाल नहीं बनना चाहता था, मैंने अपनी इस इच्छा से केंद्रीय नेतृत्व को अवगत करा दिया है.
बता दें कि तथागत रॉय की ये टिप्पणी उस वक्त आई है जब बंगाल बीजेपी में नेतृत्व को लेकर संकट जैसी स्थिति है. हाल ही में बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष को लेकर उनका एक ट्वीट चर्चा में था. ये ट्वीट दिलीप घोष के गोल्फ खेलने पर था.
हालांकि उन्होंने कुछ दिन पहले दिलीप घोष के उस बयान की निंदा जरूर की थी जिसमें घोष ने गोमूत्र पीने की पैरवी की थी. रॉय कहते हैं कि ये बकवास है और बंगाल के लोग इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे.
गाय को हम वैसे नहीं पूजते जैसे उत्तर भारतीय
तथागत रॉय ने कहा, "हम लोग गाय की पूजा उस तरह नहीं करते हैं जिस तरह से उत्तर भारत में किया जाता है, हमें बंगाली संस्कृति को ध्यान में रखकर सोचना होगा, बंगाली संस्कृति का एक हिस्सा तार्किकता है, हम लोग बंगाल की जनता की तर्क क्षमता को अपील करना चाहते हैं.
गाय को बहस का केंद्रीय मुद्दा बनाना फायदेमंद नहीं
पूर्व बीजेपी अध्यक्ष रॉय मानते हैं कि गाय को लोक बहस का केंद्रीय मुद्दा बनाना बीजेपी के लिए लाभकारी साबित नहीं हुआ है और इसका फायदा वामपंथी उठाते हैं. उन्होंने कहा कि आपको तर्क के आधार पर बहस करना होगा, ये नहीं कहना होगा कि गाय हमारी माता है. जब मैं कम्युनिस्टों का भंडाफोड़ करता हूं तो उनके पास जवाब देने के लिए कुछ नहीं होता है, वे सिर्फ यही कहते हैं कि जाकर एक ग्लास गोमूत्र पी लीजिए. क्योंकि वो तर्क में मेरा मुकाबला नहीं कर सकते हैं इसलिए वे मुझे गाय के बहाने निशाना बनाते हैं.