मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष केतन देसाई को दो करोड़ रूपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया है. सीबीआई की कईं टीमें दिल्ली और अहमदाबाद में गुरुवार से ही छापे में लगी थी, अहमदाबाद में केतन देसाई के घर पर भी सीबीआई अफसर तलाशी लेते रहे और अब से कुछ देर पहले देसाई को गिरप्तार करने की खबर आई है.
दिल्ली में भी आईटीओ पर आईएमए के दफ्तर में देर रात तक सीबीआई के एंटी करप्शन सेल के ऑफिसर खोजबीन करते रहे. ये छापे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच को लेकर मारे गए हैं.
डॉ केतन देसाई पर आरोप है कि उन्होने कई निजी मेडिकल कॉलेजों से पैसे लेकर उन्हे सरकारी मान्यता दिलाई.
सीबीआई के प्रवक्ता हर्ष बहल ने बताया कि देसाई को यहां उनके कार्यालय पर मारे गए छापों के बाद गत देर रात गिरफ्तार किया गया. इस कार्रवाई को यह शिकायत मिलने के बाद अंजाम दिया गया कि वह अपने साथी जितेंद्र पाल सिंह के साथ मिलकर पंजाब के एक कॉलेज को मान्यता देने के एवज में दो करोड़ रुपये रिश्वत की मांग कर रहे हैं.
बहल ने बताया कि सीबीआई ने देसाई सिंह और उनके एक अन्य सहयोगी पंजाब के ज्ञान सागर मेडिकल कॉलेज के डॉ. कंवलजीत सिंह को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया है.
प्रवक्ता ने बताया कि तीनों से पूछताछ की जा रही है और दिल्ली तथा बाहर स्थित छह अन्य ठिकानों पर छापेमारी जारी है.
सीबीआई ने शिकायत मिलने के बाद जाल बिछाया और सिंह को कथित दो करोड़ रुपये के साथ पकड़ लिया जो देसाई को दिए जाने थे. एजेंसी ने देसाई के अन्य सहयोगियों का पता लगाने के लिए पंजाब दिल्ली और गुजरात में भी छापे मारे.
मेडिकल शिक्षा के समान मानक तय करना भारत या विदेश के मेडिकल संस्थानों को मान्यता देना या उनकी मान्यता रद्द करने की सिफारिश करना आदि भारतीय चिकित्सा परिषद का मुख्य काम है.