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मारुति ने बनाई 80 लाख से ज्‍यादा कारें

देश की अग्रणी कार निर्माता मारुति सुजूकी ने 25 साल पहले करीब 800 कारों से अपनी यात्रा शुरू की थी और अब यह 80 लाख कारें बनाने वाली कंपनी बन गयी है.

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देश की अग्रणी कार निर्माता मारुति सुजूकी ने 25 साल पहले करीब 800 कारों से अपनी यात्रा शुरू की थी और अब यह 80 लाख कारें बनाने वाली कंपनी बन गयी है. गुड़गांव कारखाने से 14 दिसंबर 1983 को पहली ‘मारुति 800’ कार का निर्माण करने वाली कंपनी ने 31 जुलाई तक 14 मॉडलों में गुड़गांव और मानेसर कारखानों से अब तक 81,05,228 कारें बनाई हैं. कंपनी ने केवल 27 लाख इकाई मारुति 800 इकाई का उत्पादन किया. इनमें से 25 लाख की इकाई घरेलू बाजार में बेची गयी जबकि शेष का निर्यात किया गया.

मारुति ने अपने लक्ष्‍य को हासिल किया
मारुति सुजूकी इंडिया (एमएसआई) इंडिया के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा, ‘‘मारुति ने हाल के महीनों में कई मील के पत्थर स्थापित किये हैं. 25 साल पहले जब कंपनी ने यात्रा शुरू की थी, हमारा उद्देश्य भारतीय वाहन उद्योग को आधुनिक बनाना था और मुझे लगता है कि हमने अपने लक्ष्य को हासिल किया है.’’ वर्ष 1981 से कंपनी से जुड़े भार्गव ने कहा, ‘‘तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा पहली कार की डिलीवरी मेरे लिये खुशी का क्षण था.’’ वर्ष 1983 में पहले साल के परिचालन के दौरान कंपनी ने मारुति 800 की 844 इकाई का उत्पादन किया था. उस समय कंपनी की क्षमता केवल 40,000 इकाई थी. सितंबर 1986 में कंपनी ने 1 लाख कार का उत्पादन किया और वर्ष 2003 में कंपनी के कार उत्पादन का आंकड़ा 40 लाख इकाई को पार कर गया.

सरकारी खजाने में मारुति का बड़ा योगदान
बहरहाल, अगले छह साल में कंपनी ने अपने दो कारखानों से 40 लाख कार का उत्पादन किया. भार्गव ने कहा, ‘‘इस साल जुलाई में हमने 86,630 इकाई कार का उत्पादन किया जो किसी महीने में अबतक का सर्वाधिक उत्पादन है.’’ पिछले 25 साल में मारुति ने सरकारी खजाने में 50,000 करोड़ रुपये का योगदान दिया. कंपनी फिलहाल 9,000 करोड़ रुपये के निवेश कार्यक्रम पर काम कर रही है जिसमें माणेसर में नया कारखाना स्थापित करना और गुड़गांव कारखाने की क्षमता को बढ़ाया जाना शामिल है.

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