scorecardresearch
 

शहीद हेमराज के गांव में मातम का माहौल

पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ जिले में स्थित नियंत्रण रेखा (एलओसी) के निकट घात लगाकर किए गए हमले में शहीद भारतीय सेना के जवान हेमराज के उत्तर प्रदेश स्थित गांव में मातम का माहौल है.

Advertisement
X

पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ जिले में स्थित नियंत्रण रेखा (एलओसी) के निकट घात लगाकर किए गए हमले में शहीद भारतीय सेना के जवान हेमराज के उत्तर प्रदेश स्थित गांव में मातम का माहौल है.

गांव के लोगों ने पाकिस्तानी सेना के इस अमानवीय कृत्य की घोर निंदा करते हुए हुए कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि उनके गांव के सपूत ने देश के लिए लड़ते हुए अपनी जान न्यौछावर की.

पाकिस्तानी सैनिक मंगलवार को घने कोहरे का फायदा उठाते हुए सीमा पर लगे कंटीले तारों को काटकर सीमावर्ती पुंछ जिले के सोना गली इलाके में बनी भारतीय चौकी पर पहुंच गए और गश्त कर रहे 13वीं राजपुताना राइफल्स के जवानों-सुधाकर सिंह और हेमराज की हत्या कर दी.

शहीद जवान हेमराज मथुरा जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित शेरपुर गांव के रहने वाले थे. परिवार में उनकी मां, पत्नी और तीन बच्चे हैं. दिल्ली स्थित सेना मुख्यालय से हेमराज की शहादत की खबर आने के बाद से पूरे गांव में गम का माहौल है.

Advertisement

गांव के प्रधान धर्म सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि हम सब इस घटना के बहुत दुखी और आहत हैं, लेकिन अपने सपूत पर गर्व भी है कि उसने देश की सुरक्षा के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया.

सिंह ने कहा कि हमारा सरकार से अनुरोध है कि वो हेमराज के परिवार की मदद के साथ उसे बहादुरी पुरस्कार-अशोक चक्र से सम्मानित करे.

ग्रामीणों के मुताबिक हेमराज आखिरी बार तीन महीने पहले गांव आया था और करीब बीस दिन की छुट्टी बिताकर वापस अपनी ड्यूटी पर गया था.

Advertisement
Advertisement