तृणमूल कांग्रेस की ओर से पेश अविश्वास प्रस्ताव अस्वीकार किये जाने के बाद पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने आज ‘विभिन्न बहानों का हवाला देकर’ इस प्रस्ताव का समर्थन नहीं करने वाले राजनीतिक दलों की आलोचना की और दावा किया कि ‘सरकार के तारणहारों’ की पोल खुल गई है.
ममता ने फेसबुक पर लिखा, ‘आज, आपने देखा कि देश की जनता को हमारी प्रतिबद्धता के अनुसार, एआईटीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) के संसद सदस्यों ने सत्र के पहले दिन यूपीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया.’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम जानते थे कि संख्या हमारी कम थी और आखिरकार इसी कारण से प्रस्ताव अस्वीकार हुआ.’ उन्होंने किसी राजनीतिक दल का नाम लिये बगैर पोस्ट में लिखा, ‘लेकिन हमने सोचा कि खुदरा तथा अन्य क्षेत्रों में एफडीआई तथा यूपीए सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ काफी हंगामा करने वाले सदस्य सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेंगे.’
ममता ने कहा कि दुर्भाग्य से वे अलग अलग बहाना बनाकर जनता के हक के लिए आगे नहीं आए. उन्होंने कहा कि संख्याबल के कारण सदन के पटल पर यह प्रस्ताव भले ही अस्वीकार हो गया हो लेकिन यूपीए सरकार के खिलाफ ‘अविश्वास’ देश की जनता द्वारा खारिज नहीं किया गया है. सरकार के तारणहारों की पोल खुल गई है.