प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से संबंधित सवाल पर भड़क गईं. ममता ने पत्रकारों से सिर्फ उन्हीं मुद्दों पर बात की जिसकी चर्चा प्रधानमंत्री के साथ हुई.
ममता ने पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से संबंधित सवाल पर भड़क गईं और कुछ कहने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई. साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम के साथ एनआरसी पर भी कोई बातचीत नहीं हुई.
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ने कहा, 'प्रधानमंत्री से मेरी मुलाकात राजनीतिक नहीं थी. बल्कि मैंने उन्हें दुर्गा पूजा में आने के लिए आमंत्रित किया.' साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से मुलाकात अच्छी रही.
उन्होंने पश्चिम बंगाल के विकास कार्यों के लिए 13,500 करोड़ रुपये की मांग की. इसके अलावा ममता ने बताया कि उन्होंने पीएम मोदी को वीरभूम में कोल ब्लॉक के उद्घाटन के लिए न्योता दिया.
क्या हैं राजीव कुमार पर आरोप?
राजीव कुमार को मुख्यमंत्री ममता का करीबी बताया जाता है. राजीव पर सीबीआई का आरोप है कि राजीव कुमार ने पोंजी चिंट फंड घोटाला मामले में सबूतों के साथ छेड़छाड़ की. राजीव कुमार को बीते शनिवार को सीबीआई ने पूछताछ के लिए समन किया था. लेकिन राजीव कुमार सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए.
बता दें कि सीबीआई ने राजीव कुमार को समन बीते हफ्ते कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद जारी किया था. इस आदेश में हाई कोर्ट ने राजीव कुमार को शारदा चिटफंड घोटाला केस में गिरफ्तारी से मिली छूट को वापस ले लिया था. सीबीआई के समन पर राजीव कुमार ने एक ईमेल भेज कर कहा था कि वो छुट्टी पर हैं इसलिए उन्हें कुछ दिन की मोहलत चाहिए.