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दुर्गा पूजा के पंडालों में दिखेंगे ममता बनर्जी के कई 'रूप'

कहीं ममता बनर्जी की लिखी कविता तो कहीं गीत, अलग-अलग पंडालों में इसे प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा. उनकी पार्टी टीएमसी ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है. इससे पहले ममता ने प्रत्येक पूजा समिति को 10 हजार रुपए देने का ऐलान किया था.

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ममता बनर्जी (फाइल फोटो-गेटी इमेजेज)
ममता बनर्जी (फाइल फोटो-गेटी इमेजेज)

दूर्गा पूजा में बंगाल के अलग-अलग पंडालों में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कई रूप देखने को मिलेंगे.

संथाल समुदाय के योगदान को लेकर ममता बनर्जी की लिखी एक कविता भवानीपुर के एक पंडाल के लकड़ी के पैनल पर लिखी नजर आएगी. मुख्यमंत्री बनर्जी का लिखा एक गीत न्यू अलीपुर पूजा में बजाया जाएगा. पूजा समिति के एक सदस्य ने बताया कि संथाल कविता ‘जोई जीतकौर देबान मीना’ (कहो, हम जीतेंगे) का बांग्ला में अनुवाद करके शहर के दक्षिणी हिस्से में भवानीपुर के मुख्य पंडाल ‘स्वाधीन संघ’ के लकड़ी के पैनल पर नक्काशी करके लिखी जाएगी.

भवानीपुर की स्वाधीन संघ पूजा समिति के महासचिव असीम कुमार बोस ने सोमवार को बताया कि संथाल कविता के अलावा आदिवासी पुरुषों और महिलाओं के कामकाज की आदमकद तस्वीरें भी पंडाल के रास्ते में लगाई जाएंगी. बोस ने कहा, ‘पंडाल में संथाल आबादी के योगदान और आजादी की लड़ाई में उनकी भूमिका दिखाने के साथ ही पुरूलिया, बांकुरा, पश्चिमि मिदनापुर इालाकों में रहने वाले लोगों में संथाली आबादी के बारे में जागरूकता फैलाई जाएगी.

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अभी हाल में ममता ने पूजा पंडालों और कई संस्थाओं को कुल मिलाकर 28 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया था. यही नहीं, उन्होंने दुर्गा पूजा समिति के लिए समर्पित एक थीम गीत भी लिखा है. ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा को सिर्फ बंगाल का गौरव ही नहीं, बल्कि वैश्विक उत्सव बताया. उन्होंने कहा, 'पूजा हमारा गौरव है. टेम्स नदी (लंदन) के किनारे भी पूजा पर एक प्रदर्शनी आयोजित होती है. स्वयंसेवक दिन-रात काम कर सभी तरह की परिस्थितियों को संभालते हैं. पूजा अब विश्व मेला बन चुका है.'

उन्होंने पूजा पंडालों को कुल मिलाकर 28 करोड़ रुपए का सरकारी सहायता देने का भी ऐलान किया. उन्होंने कहा, 'हमारी पुलिस ब्लड डोनेशन जैसे सामुदायिक विकास कार्यक्रम भी आयोजित कर रही है. कोलकाता में करीब 3000 पूजा पंडाल हैं और सभी गांवों में कुल मिलाकर 25,000 होंगे. कोलकाता नगर निगम के हर पूजा पंडाल को 10 हजार रुपए दिए जाएंगे. इसी तरह पर्यटन विभाग, उपभोक्ता मामलों के विभाग, स्वयं सहायता समूहों को भी 10-10 हजार रुपए दिए जाएंगे. कुल मिलाकर 28 करोड़ रुपए की सहायता दी जाएगी.'

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