पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को एक बार फिर खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष (एफडीआई) का विरोध करते हुये कहा कि वह आम आदमी के साथ हैं और उनकी सोच पुरानी है.
दरअसल, प्रधानमंत्री ने शनिवार को वाणिज्य एवं उद्योग मंडल फिक्की की 85वीं सालाना बैठक में एफडीआई लाने जैसे सुधारों का विरोध करने वालों को वैश्विक सचाइयों से अनजान या फिर पुराने विचारों वाला बताया. ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने देश में किराना दुकानों में एफडीआई की अनुमति दिये जाने के विरोध में केन्द्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार से समर्थन वापस ले लिया था.
एफडीआई का विरोध करने वालों पर प्रधानमंत्री के पलटवार के बारे में पूछे जाने पर ममता ने कहा, 'हम क्या कर सकते हैं, हम तो पुराने ख्यालात के लोग हैं, हम जनता और आम आदमी के प्रतिनिधि हमेशा ही पुरानी सोच के होते हैं. मुझे इस पर गर्व है कि हम लोगों के साथ हैं.' ममता भी आज यहां फिक्की की आम सभा को संबोधित करने पहुंची थी.
ममता बनर्जी ने उद्योगपतियों से पश्चिम बंगाल में निवेश का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि राज्य में निवेश की व्यापक संभावनायें हैं. उद्योगों की सुविधा के लिये राज्य सरकार ने भूमि बैंक बनाया है, जमीन उपलब्ध है, अतिरिक्त बिजली भी राज्य में है, रोजगार के लिये भी अलग प्रकोष्ठ बनाया है. राजकाज में इंटरनेट और वेबसाइट का इस्तेमाल शुरू किया गया है.
उन्होंने कहा, 'पिछले एक डेढ़ साल में हमने जो कदम उठाये उनके परिणाम मिलने शुरू हुये हैं, पश्चिम बंगाल की जीडीपी 6.94 प्रतिशत बढ़ी है, राजस्व वसूली में भी अच्छी वृद्धि हुई है.'
ममता ने उद्योगपतियों से कहा कि वह उन्हें ज्यादा रियायत नहीं दे सकतीं. 'पारदर्शिता हमारी सबसे बड़ी संपत्ति है, जो कर सकती हूं वही बोलूंगी, आपको भ्रम में नहीं रखना चाहती. आप पश्चिम बंगाल की बराबरी दूसरे राज्यों से नहीं कर सकते. पश्चिम बंगाल पर कर्ज का भारी बोझ है, अरबों रुपये ब्याज और किस्त का लौटाना पड़ता है.' ममता ने उद्योगपतियों से कहा कि वे पश्चिम बंगाल में पर्यटन क्षेत्र में निवेश करें, सूचना प्रौद्योगिकी में आयें, बंदरगाह बनायें, वन विकास में भागीदारी निभायें सार्वजनिक.निजी भागीदारी :पीपीपी: के तहत निवेश करें. सरकार उनकी हरसंभव मदद करेगी.
दूसरे राज्यों से तुलना कर केन्द्र से बार-बार मदद की गुहार लगाने के बारे में पूछे जाने पर ममता ने कहा, 'हमारा दूसरे राज्यों के साथ कोई मुकाबला रिपीट मुकाबला नहीं है, हम केन्द्र से अपना अधिकार मांग रहे हैं, हमारा अधिकार हमें मिलना चाहिये और दूसरे राज्यों को उनका अधिकार मिलना चाहिये.' फिक्की के निवर्तमान अध्यक्ष आर.वी. कनोडिया और आम सभा के बाद इस उद्योग संगठन की कमान संभालने वाली नैना लाल किदवई ने ममता की स्पष्टवादिता की सराहना की और राज्य में निवेश बढ़ाने में मदद का भरोसा दिया. फिक्की के पूर्व महासचिव और अब पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा भी इस अवसर पर उपस्थित थे.