महाराष्ट्र में दो महीने बाद अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. सत्ताधारी बीजेपी और शिवसेना ने फिर से गठबंधन के जरिए चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया है. मगर अब तक सीटों का पेच नहीं सुलझा है. वहीं शिवसेना ने सत्ता में बराबरी के सिद्धांत की वकालत करते हुए इस बार मुख्यमंत्री पद पर भी दावेदारी के संकेत दिए हैं. बीते दिनों आजतक को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में आदित्य ठाकरे ने कहा था कि वो महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं. वहीं शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में भी इस बात के संकेत दिए जा चुके हैं. दूसरी तरफ देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि वही दोबारा सीएम बनेंगे. इससे पता चलता है कि शिवसेना और बीजेपी के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर रस्साकस्सी चल रही है.
महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर उड़ रहीं खबरों से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी परेशान हैं. सूत्र बताते हैं कि यही वजह रही कि उन्हें बीते दिनों प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में यह कहना पड़ा कि वह सिर्फ भाजपा ही नहीं बल्कि राज्य सरकार में सभी सहयोगी पार्टियों के मुख्यमंत्री हैं. देवेंद्र फडणवीस ने यह भी दावा किया कि दूसरी बार भी वह मुख्यमंत्री बनेंगे. बकौल फडणवीस, ‘‘मैं सिर्फ बीजेपी का ही नहीं बल्कि शिवसेना, आरपीआई, राष्ट्रीय समाज पक्ष का भी मुख्यमंत्री हूं. जनता फैसला करेगी कि कौन अगला सीएम होगा. आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. हमारा काम ही हमारे लिए बोलेगा.''
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक आने पर यात्राओं का दौर भी शुरू हो चुका है. आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र में जन आशीर्वाद यात्रा निकाल कर माहौल अपने पक्ष में बनाने में जुटे तो मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस फडणवीस एक अगस्त को अमरावती जिले में गुरुकुंज मोजारी से ‘महा जनादेश' यात्रा की शुरुआत करेंगे.
सीटों का पेंच
महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटें हैं. फिलहाल चर्चा है कि बीजेपी और शिवसेना के बीच 135-135 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात चल रही है. अन्य 18 सीटें सहयोगी दलों को दी जाएंगी. सूत्र बता रहे हैं कि अगर चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद पर शिवसेना की दावेदारी नहीं मानी गई तो फिर बदले में वह और ज्यादा सीटें मांग सकती है. 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 122 और शिवसेना ने 63 सीटें जीती थीं. वहीं कांग्रेस को 42 और शरद पवार की एनसीपी को 41 सीटें मिली थीं.