सोमवार शाम तक तो सब ठीक ठाक चल रहा था, लेकिन रात होते ही भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी शिवसेना का मन भगवा दल से उखड़ गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के एक दिन बाद ही विरोध के सुर सुनाई देने लगे.
भरोसेमंद सूत्रों की मानें तो बीजेपी की सहयोगी दल शिवसेना मंत्रिपरिषद में कम सीट मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के कोटे से सिर्फ एक मंत्री बनाए गए भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री अनंत गीते ने मंगलवार दोपहर तक मंत्रालय का कामकाज नहीं संभाला. बताया जाता है कि गीते कम वेट वाले मंत्रालय पाने से बीजेपी से बिफरे हुए हैं.
मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने मुंबई से दिल्ली आए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे दिल्ली में अभी भी डेरा जमाए हुए हैं. बताया जाता है कि वो बीजेपी आलाकमान से चाहते हैं कि एक कोई और अच्छा मंत्रालय उनके खाते में आ जाए. लोकसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद शिवसेना यह मानकर चल रही थी कि उसे मंत्रिमंडल में कम से कम 5 सीटें जरूर मिलेंगी. तीन कैबिनेट और 2 एमओएस में.
बताया जाता है कि उद्धव ठाकरे ने अपनी नाराजगी देश के गृह मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह से सोमवार रात को ही जता दी थी और उनसे यह मांग जताई कि कम से कम एक और मंत्रालय उनकी पार्टी के खाते में आ जाए. मालूम हो कि वाजपेयी सरकार के दौरान शिवसेना के दो कैबिनेट मंत्री थे.