गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने आईएमटी गाजियाबाद की 10,841 स्क्वायर मीटर जमीन का आवंटन रद्द कर दिया है. इस जमीन पर बने निर्माण को ध्वस्त किया जा सकता है. यह कार्रवाई बीजेपी पार्षद राजेंद्र त्यागी की शिकायत पर की गई है.
त्यागी द्वारा की गई शिकायत में आरोप लगाया गया कि कॉलेज के मालिक ने 15 एकड़ जमीन पर धोखाधड़ी से कब्जा कर लिया है. यह जमीन गाजियाबाद के मुख्य इलाके में आती है. जमीन और राजस्व के रिकॉर्ड के अनुसार, यह जमीन राज्य की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी की है जिस पर आईएमटी ने कब्जा कर लिया था.
दस्तावेजों को मुताबिक, उत्तर प्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने 1973 में राजनगर एक्सटेंशन के पास IMT को प्लॉट अलॉट किया था. इस जमीन पर ही संस्थान का निर्माण होना था जबकि निर्माण इससे ज्यादा करवाया गया था.
IMT का डिस्टेंस लर्निंग सेंटर UPSIDC के प्लॉट पर बनाया गया है, जबकि IMT का मेन कैंपस उसी के पास वाली जमीन पर बनाया गया है जो जमीन असल में CCSU के लाजपत राय डिग्री कॉलेज की है.
चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के चांसलर और यूपी के गवर्नर राम नाईक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था और इस मामले की जांच शुरू करने के लिए कहा था. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे IMT गाजियाबाद को संचालित करते हैं. वह इस इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर हैं.