बलात्कर के आरोपों में जब से घिरे हैं, तब से कहीं गुम हो गए हैं नारायाण साईं. कहीं नजर नहीं आ रहे. डर है कि आरोपों से बचने के लिए कहीं विदेश न भाग जाएं नारायण साईं.
इसी डर से पुलिस ने लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है. यानी अब नारायाण साईं कम से कम देश तो नहीं छोड़ पाएंगे. सूरत के पुलिस कमिशनर राकेश अस्थाना के मुताबिक, 'हम लोगों ने रविवार को लुकआउट नोटिस जारी किए हैं. ये प्रिकॉशनरी मेजर है. अगर इनवेस्टिगेशन में लगता है कि कोई आरोपी का सामर्थ्य है बाहर जाने का तो हम ये लुक आउट नोटिस जारी करते हैं ताकि वो देश के बाहर न जा सकें. देश के तमाम इंटरनेशनल एयरपोर्ट को इशू किए गए हैं.'
दोनों बाप-बेटों पर रविवार को दो बहनों ने बलात्कार का आरोप लगाया था. मामला सूरत में दर्ज किया गया था. छोटी बहन ने नारायण साईं पर बलात्कार के आरोप लगाए थे और बड़ी बहन ने पिता आसाराम पर. आसाराम पहले से ही जेल में हैं. अब बेटे पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.
नारायण साईं की गिरफ्तारी के सवाल पर अस्थाना ने कहा, गिरफ्तारी के बारे में अभी मैं आपको नहीं बताऊंगा. ये ऑपरेशनल डीटेल है. इसे डिसक्लोज नहीं कर सकता.
आसाराम के परिवार की मुश्किलें इतने पर ही थम जाए, ऐसा लगता नहीं. पूरा परिवार कानूनी शिकंजे में घिरता दिख रहा है. सूरत पुलिस ने आसाराम की पत्नी लक्ष्मी और बेटी भारती के खिलाफ भी लुक आउट नोटिस जारी किया है. लक्ष्मी और भारती पर आरोप है कि उन्होंने पीड़ित लड़कियो पर दबाव बनाया. ऐसे में सूरत पुलिस आसाराम की पत्नी लक्ष्मी और बेटी भारती से भी पूछताछ कर सकती है.
आसाराम और उनके बेटे के खिलाफ एक मोर्चा और खुल चुका है. पांच साल पहले 2 बच्चों की संदिग्ध मौत के मामले में एक बार फिर इंसाफ की मांग उठी है. दीपेश और अभिषेक के पिता ने आज से 2 दिन का उपवास शुरू किया है, इस धमकी के साथ कि अगर जांच सीबीआई को नहीं सौंपी गयी तो वो आमरण अनशन पर बैठेंगे.
हर गुजरते दिन के साथ आसाराम और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. कानूनी लड़ाई तो लंबी खिंच सकती है, दोषी हैं या नहीं इसका फैसला आने में भी अभी वक्त लेगगा. लेकिन इस पूरे प्रकरण से जो नुकसान इनकी छवि को पहुंच रहा है उससे अब ये शायद ही उबर पाएं.