लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सभी सांसदों को पत्र लिखकर उनसे अपील की है कि वे अनुशासन और सदन की गरिमा बनाए रखें और वेल में आने, नारेबाजी करने और तख्तियां लहराने से परहेज करें. सांसदों को लिखे गए पत्र में महाजन ने कहा कि संसद की छवि लोगों में बेहद खराब होती जा रही है.
स्पीकर ने कहा कि आम लोगों में संसद और सांसदों की छवि के बारे में एक नकारात्मक धारणा बनती जा रही है. महाजन ने 23 सितंबर को लिखे पत्र में कहा, ‘भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र ही नहीं है, बल्कि इसके लोकतांत्रिक मूल्य, सिद्धांत एवं आदशरें का दुनिया भर में सम्मान किया जाता है. हमारा लोकतंत्र जीवंत लोकतंत्र का भी एक बेहतरीन उदाहरण है और यह भारत के भीतर एवं भारत के बाहर लोगों के लिए एक प्रेरणा है. दुनिया भर में लोग संसदीय कार्यवाहियों को देखते हैं और उन पर पैनी नजर रखते हैं.’
उन्होंने लिखा, ‘सदन के वेल में आना, नारेबाजी करना, तख्तियां और बैनर लहराना और सदन को लगातारा बाधित करना हमारे लोकतंत्र को अच्छी तरह नहीं दिखाता. मेरी हालिया विदेश यात्रा के दौरान जिन प्रवासी भारतीय एवं अन्य विदेशी गणमान्य व्यक्तियों ने मुझसे मुलाकात की, उन्होंने बार-बार सदन बाधित होने पर चिंता जताई.’ महाजन ने अगस्त में सदन की कार्यवाही बाधित करने के आरोप में कांग्रेस के 44 में से 25 सांसदों को पांच दिनों के लिए निलंबित कर दिया था.
-इनपुट भाषा से