अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कश्मीर मसले पर मध्यस्थता करने के बयान के बाद मंगलवार दोनों ही सदनों में जमकर हंगामा हुआ. विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी से इस मसले पर बयान की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने लोकसभा से वॉक आउट किया.
इस पूरे मसले पर सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस पर जवाबी हमला बोलते हुए कहा, 'जिस बयान को अमरीका ने भी खुद इनकार किया, यहां तक कि भारत सरकार ने भी साफ कर दिया है कि कश्मीर के बारे में कोई मध्यस्थता स्वीकार्य नहीं है. उसके बाद भी विपक्ष ने जिस तरह से राज्यसभा में शोर- शराबा किया वो निंदनीय है.'
वहीं, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, 'कांग्रेस हताश और निराश है. जिस ढंग से सदन में कांग्रेस के द्वारा व्यवहार किया जा रहा है, वह उनका अहंकार है. आज दोनों सदनों में जिस तरह से कांग्रेस पार्टी का अहंकार दिखा उससे यह साफ हो गया कि रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया. वो भी चला जाएगा.
आगे केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री से जवाब मांगते-मांगते इनका ये हाल हुआ है. इनको जनता जवाब दे चुकी है और 2024 में फिर इनको जनता जवाब देगी. नकवी का कहना है कि भारत का स्टैंड क्लियर है इस मामले में किसी की मध्यस्थता का कोई सवाल नहीं है.