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लिब्रहान रिपोर्ट राजनीति से प्रेरित: कल्‍याण सिंह

बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराए जाने के समय वर्ष 1992 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह ने मंगलवार को लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट को ‘‘राजनीति से प्रेरित’’ बताते हुए कहा कि ‘‘अयोध्या में विवादित ढांचे को गिराए जाने का उन्हें कोई अफसोस नहीं है.’’

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बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराए जाने के समय वर्ष 1992 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह ने मंगलवार को लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट को ‘‘राजनीति से प्रेरित’’ बताते हुए कहा कि ‘‘अयोध्या में विवादित ढांचे को गिराए जाने का उन्हें कोई अफसोस नहीं है.’’

आयोग द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पर अभियोग लगाने की भर्त्सना करते हुए कल्याण सिंह ने कहा, ‘‘यह रिपोर्ट राजनीति से प्रेरित है’’ उन्होंने कहा, ‘‘अटल बिहारी वाजपेयी जैसे राष्ट्रवादी नेता पर अभियोग लगाने के लिए मैं लिब्रहान आयोग की भर्त्सना करता हूं. अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने का मुझे कोई अफसोस नहीं है.’’ कल्याण सिंह ने लिब्रहान आयोग के उस दावे को भी खारिज कर दिया कि विवादित ढांचे को गिराने की योजना पूर्वनियोजित थी. उन्होंने कहा, ‘‘यदि ऐसा होता तो भाजपा के आला नेता घटनास्थल के समीप मौजूद नहीं रहते’’ क्योंकि उन्हें जिम्मेदार ठहराया जा सकता था. उन्होंने कहा कि वह भाजपा को मजबूत करने के लिए काम करेंगे क्योंकि उन्हें लगता है कि रिपोर्ट को पटल पर रखे जाने के बाद देश में एक नयी तरह की राजनीति शुरू की जा रही है.

भाजपा के पूर्व नेता कल्याण सिंह ने कहा, ‘‘मैंने अभी तक भाजपा के किसी नेता से बात नहीं की है और न ही किसी ने मुझसे सम्पर्क किया है, लेकिन यदि पार्टी को लगता है कि मेरे जाने से पार्टी कमजोर हुई है तो इसे मजबूत करने के लिए तैयार हूं.’’ कल्याण सिंह ने कहा कि ‘‘मंदिर के लिए’’ वह जेल जाने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को ‘‘धरती पर मौजूद कोई ताकत’’ रोक नहीं सकती है. उन्होंने कहा, ‘‘विवादित जगह पर मस्जिद बनाने का कोई प्रयास नहीं किया जाना चाहिए और जो कोई भी इसकी कोशिश करता है, वह अपने जोखिम पर करेगा.’’ कल्याण सिंह ने कहा, ‘‘हिंदू और मुस्लिम दोनों को साफ तौर पर समझ लेना चाहिए कि मंदिर उस जगह पर बनाया जाएगा जहां प्रभु राम की प्रतिमा रखी गई है और किसी मस्जिद को वहां बनाने की मंजूरी नहीं दी जाएगी.’’

उन्होंने कहा कि तनाव और कड़वाहट दूर करने के लिए हिंदू-मुस्लिमों के बीच ‘‘संवाद’’ होना चाहिए. उन्होंने मुस्लिमों से मंदिर निर्माण में मदद देने की अपील भी की. विवादित ढांचे को गिराने की भूमिका तैयार करने के लिए केंद्र की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कल्याण सिंह ने कहा कि विवादित ढांचे का गिराया जाना, हिंदू भावनाओं को वषरें तक दबाने का नतीजा है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने छह दिसम्बर वर्ष 1992 को राष्ट्रीय गौरव का दिवस बताया जिस दिन बाबरी मस्जिद को गिराया गया था. इसी तरह वर्ष 1528 को उन्होंने ‘काला वर्ष’ बताया जब बाबर के सिपहसालार मीर बकी ने 12वीं सदी के मंदिर को गिराकर वहां मस्जिद बनवाई थी. लिब्रहान आयोग ने अपनी रिपोर्ट में पाया है कि पूरी साजिश, भाजपा नेतृत्व की वासना और लालच का नतीजा थी. इस पर कल्याण सिंह ने कहा, ‘‘इस आरोप के लिए मैं आयोग की भर्त्सना करता हूं कि लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रहे इन सभी राष्ट्रवादी नेताओं ने सत्ता पाने के लालच में ढांचा गिराया.’’

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