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सैनिक का सिर काटने में लश्कर और जैश का हाथ

पिछले महीने नियंत्रण रेखा पर सीमा पार से किए गए हमले में दो भारतीय सैनिकों की हत्या तथा एक का सिर काटे जाने की घटना में पाकिस्तानी सैनिकों के साथ ही आतंकवादी संगठनों जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तय्यबा के आतंकवादियों की टीम का भी हाथ था.

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पिछले महीने नियंत्रण रेखा पर सीमा पार से किए गए हमले में दो भारतीय सैनिकों की हत्या तथा एक का सिर काटे जाने की घटना में पाकिस्तानी सैनिकों के साथ ही आतंकवादी संगठनों जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तय्यबा के आतंकवादियों की टीम का भी हाथ था.

रक्षा मंत्रालय और सेना के अधिकारियों द्वारा गुरुवार को रक्षा संबंधी संसद की स्थायी समिति को दी गयी जानकारी से यह सूचना मिली है. सूत्रों ने बताया कि अपनी गवाही में अधिकारियों ने समिति को बताया कि भारतीय सैनिकों की हत्या तथा सिर काटने की कार्रवाई पाकिस्तानी सेना के विशेष सेवा समूह तथा लश्कर और जैश के आतंकवादियों ने की थी जो इस संबंध में चलाए गए एक अभियान का हिस्सा थे.

आठ जनवरी को लांस नायक हेमराज तथा सुधाकर सिंह की जम्मू कश्मीर के मेंधार सेक्टर में नियंत्रण रेखा पार करने के बाद सीमा कार्रवाई टीम ने हत्या कर दी थी. हमलावर हेमराज का सिर काटकर अपने साथ ले गए थे. उन्होंने सुधाकर के शव को भी क्षत विक्षत कर दिया था.

समिति की बैठक के दौरान समिति के कुछ सदस्यों ने अधिकारियों से यह भी जानना चाहा कि हेमराज के सिर को वापस लाने के लिए सेना तथा सरकार ने क्या कदम उठाए हैं.

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समिति को सूचित किया गया कि विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं जिनमें राजनयिक चैनलों के जरिए पाकिस्तान पर स्थापित सैन्य कानूनों तथा अंतरराष्ट्रीय समझौतों के तहत गरिमा के साथ सैनिक का सिर लौटाने का दबाव बनाने का प्रयास भी शामिल है.

समिति को नियंत्रण रेखा के आसपास की मौजूदा सुरक्षा स्थिति और वहां सेना द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में भी सूचित किया गया. सूत्रों ने बताया, समिति को पूर्व में नियंत्रण रेखा के आसपास के इलाके में सिर काटने की घटनाओं की संख्या की जानकारी भी दी गई.

गौरतलब है कि इस घटना के बाद से पाकिस्तानी सेना ने कई बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है. दोनों पक्षों के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों की दो दौर की बातचीत के बाद स्थिति शांत हुई है.

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