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कर्नाटक की राजनीति में भूमि घोटालों की गूंज

कर्नाटक की राजनीति में रविवार को कथित भूमि घोटालों की गूंज सुनाई पड़ी. कांग्रेस ने जहां भाजपा सरकार पर हमला तेज करते हुए उसकी बर्खास्‍तगी की मांग की वहीं मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए विधायिका का विशेष सत्र बुलाने के फैसले की घोषणा की.

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कर्नाटक की राजनीति में रविवार को कथित भूमि घोटालों की गूंज सुनाई पड़ी. कांग्रेस ने जहां भाजपा सरकार पर हमला तेज करते हुए उसकी बर्खास्‍तगी की मांग की वहीं मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए विधायिका का विशेष सत्र बुलाने के फैसले की घोषणा की.

आरोपों का सामना कर रहे मंत्री कट्टा सुब्रह्मण्य नायडू ने कहा कि वह पाक साफ हैं और उनके इस्तीफे का कोई सवाल नहीं उठता. कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल हंसराज भारद्वाज से मिलने गया और कथित भूमि घोटालों में येदियुरप्पा और सूचना प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी और आवासीय मंत्री की प्रत्यक्ष संलिप्तता का आरोप लगाते हुए सरकार को बर्खास्‍त करने की मांग की.

विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने 103 पन्नों का ज्ञापन राज्यपाल को सौंपा है. इसके अतिरिक्त अन्य दस्तावेज भी सौंपे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘यह भाई-भतीजावाद, पक्षपात और सत्ता के दुरुपयोग का स्पष्ट मामला है. हमने राज्यपाल से सरकार को बर्खास्‍त करने का अनुरोध किया है. हमने राज्यपाल से कहा है कि मुख्यमंत्री और मंत्री (नायडू) संलिप्त हैं.’

कांग्रेस और जद एस ने विगत हफ्तों में येदियुरप्पा पर अपने परिवार के सदस्यों को लाभ पहुंचाने के लिए कुछ भूमि को गैरसूचित करने का आरोप लगाया है. वहीं नायडू जद एस-भाजपा गठबंधन सरकार के कार्यकाल में उद्योग मंत्री रहने के दौरान कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा अधिग्रहीत भूमि के लिए मुआवजे का भुगतान करने में अनियमितता करने के आरोपों का सामना कर रहे हैं. नायडू के पुत्र और नगर पार्षद कट्टा जगदीश को पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था. {mospagebreak}

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जगदीश को कथित केआईएडीबी मुआवजा घोटाले की लोकायुक्त द्वारा की जा रही जांच से जुड़े गवाह को रिश्वत देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नायडू ने कोई भी गलत काम करने और अपने इस्तीफे की संभावना से इनकार किया. उन्होंने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ भाजपा का समर्थन हासिल है.

नायडू ने आरोप लगाया कि उनके राजनैतिक विकास से ईर्ष्‍यालु तत्वों ने यह साजिश की है. उन्होंने कहा कि उन्हें इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह पिछड़ी जाति के हैं. इस जाति की संख्या राज्य में काफी कम है. यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस्तीफा देंगे तो नायडू ने कहा, ‘इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता. मैंने कोई गलती नहीं की है. मुख्यमंत्री को मेरे पद पर बने रहने पर कोई आपत्ति नहीं है. मैं मंत्री बना रहूंगा.’ नायडू ने इतास्का सॉफ्टवेयर कंपनी से अपना तथा अपने परिवार का संबंध होने से इनकार किया.

इस कंपनी के बारे में विपक्ष ने आरोप लगाया है कि यह उनकी बेनामी फर्म है. उन्होंने कहा कि इससे उनका कुछ भी लेना-देना नहीं है. कांग्रेस और जद एस द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद येदियुरप्पा ने राज्य विधायिका का तीन दिवसीय विशेष सत्र बुलाने का फैसला किया है जिसमें विगत दस वर्षों में कथित तौर पर हुए घोटालों पर चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा कि वह नवंबर के पहले हफ्ते में प्रस्तावित सत्र की शुरूआत से पहले विपक्ष के किसी भी आरोप का जवाब नहीं देंगे. वह सारे आरोपों का विधानसभा सत्र के दौरान जवाब देंगे.

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