आंध्रप्रदेश में आए तूफान ‘लैला’ ने 17 लोगों को मौत की नींद सुला दिया और तीन व्यक्तियों का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है. राज्य के तटीय हिस्से में तबाही का मंजर ‘लैला’ के कहर का किस्सा बता रहा है जहां फसल पूरी तरह खराब हो गई है और सड़क नेटवर्क नष्ट हो गया है.
राज्य की आपदा प्रबंधन आयुक्त टी राधा ने बताया कि कृष्णा जिले में 7 व्यक्ति मारे गए. इनमें से पांच की मौत विजयवाड़ा में दीवार गिरने से हुई जबकि चार व्यक्ति नेल्लोर में मारे गए. गुंटूर में तीन व्यक्तियों की, ईस्ट गोदावरी में दो व्यक्तियों की और प्रकाशम जिले में एक व्यक्ति की मौत हुई.
कृष्णा जिले में गुरुवार से दो व्यक्ति लापता हैं जबकि ईस्ट गोदावरी में एक व्यक्ति का कुछ पता नहीं चला है. तूफान की वजह से मछलीपट्टनम में भूस्खलन हो गया. राधा ने बताया कि विजयवाड़ा के चित्तीनगर में शुक्रवार सुबह एक दीवार गिरने से एक ही परिवार के पांच सदस्य जिंदा दब गए. इस इलाके में भूस्खलन भी हुआ लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तूफान और फिर हुई भारी बारिश के कारण फसलों को तथा सड़क नेटवर्क को गंभीर नुकसान हुआ है. तूफान शुक्रवार सुबह उत्तरी तटीय आंध्रप्रदेश के विजयनगरम से उड़ीसा की ओर बढ़ रहा था. प्रकाशम जिले में ओंगोले शहर की कई कालोनियां पिछले दो दिन से लगातार बारिश होने की वजह से अभी भी जलमग्न हैं. {mospagebreak}
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के दलों के अलावा सेना के 300 जवान बचाव एवं राहत कार्यों के लिए ओंगोले भेजे गए हैं. सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री के रोजैया ने प्रकाशम जिले में हवाई सर्वे की योजना बनाई थी लेकिन खराब मौसम की वजह से उन्हें यात्रा रद्द करनी पड़ी. रोजैया अब राज्य सचिवालय में अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों तथा शीर्ष अधिकारियों के साथ हालात की समीक्षा कर रहे हैं.
पूर्वी गोदावरी जिले में भारी बारिश के कारण हवाई, रेल और सड़क यातायात बाधित हो गया है. जिला कलेक्टर एम रविचंद्र ने बताया कि इसी जिले में गुरुवार को तीन व्यक्ति मारे गए और एक व्यक्ति लापता है. निचले इलाकों में रह रहे 3,000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों तथा समीपवर्ती स्कूलों में रखा गया है. उन्होंने कहा ‘हम हालात पर 24 घंटे नजर रखेंगे.
इसके बाद उच्च अधिकारियों के साथ हालात की समीक्षा की जाएगी’. रविचंद्र ने बताया कि मरीन पुलिस और अन्य अधिकारी तटीय इलाकों पर नजर रखे हुए हैं. अमलापुरम, काकीनाडा, सामलकोटा और अन्य स्थानों पर स्थिति की निगरानी के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं. राज्य सरकार ने प्रसाद को राहत एवं पुनर्वास उपायों में समन्वय के लिए अन्य वरिष्ठ कृषि अधिकारियों के साथ नियुक्त किया है.
ये लोग जिले में विभिन्न नहरों और टंकियों में जल स्तर की निगरानी कर रहे हैं, उनसे रिसाव रोकने के लिए ऐहतियाती उपाय कर रहे हैं और जरूरत के अनुसार मरम्मत भी कर रहे हैं. राज्य के आपदा प्रबंधन अधिकारियों के अनुसार, नेल्लोर जिले के श्री पोट्टि श्रीरामुलु में गुरुवार को तीन व्यक्ति और कृष्णा तथा विजयनगर में एक एक व्यक्ति मारा गया. कृष्णा जिले में दो व्यक्ति लापता हैं.