कोच्चि में 'किस ऑफ लव' इवेंट के ठीक एक दिन बाद उसके आयोजनकर्ताओं को जोर का झटका लगा, जब उनका फेसबुक पेज हैक हो गया. पढ़ें...युवा मोर्चा की नीति से बिफरे युवा, खुलेआम करेंगे पार्टनर को किस
73 हजार लाइक वाला यह फेसबुक पेज वेबसाइट से गायब हो गया. पेज को मैनेज करने वालों ने इसके लिए सांप्रदायिक तत्वों को जिम्मेदार ठहराया है. पेज पर दिख रहे एक संदेश में कहा गया है कि मोरल पुलिसिंग आपराधिक गतिविधि है. ज्यादातर राजनीतिक पार्टियां और धार्मिक संगठन मोरल पुलिसिंग करने की कोशिश करते हैं.
'किस ऑफ लव' इवेंट के आयोजनकर्ताओं में से एक ने कहा, 'वे हमारी लोकप्रियता से डरते हैं, पूरा देश देख रहा है कि किस तरह सांप्रदायिक तत्व मोरल पुलिसिंग के लिए हाथ मिला रहे हैं. यह एक खतरनाक ट्रेंड है.'
उनका दावा था कि उन्होंने पूरे देश में अपना संदेश पहुंचाने में सफलता हासिल की है. इसके साथ हैदराबाद, मुंबई और पुणे जैसे कैंपसों से उन्हें समर्थन मिल रहा है.
'किस ऑफ लव' अभियान को कोझिकोड (उत्तरी केरल) में एक कैफे में विरोध और हिंसा का सामना करना पड़ा. विरोध करने वाले युवा मोर्चा का कहना था कि यह अनैतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने का प्रयास है.
इससे पहले रविवार को पुलिस ने कोच्चि मरीन ड्राइव की ओर जुलूस की शक्ल में जा रहे 50 से ज्यादा एक्टिविस्टों और गिरफ्तार कर लिया.
शाम 4 बजे जुलूस शुरू होने से पहले डीसीपी आर. निशांतिनी के नेतृत्व में पुलिस ने आयोजनकर्ताओं और समर्थकों को कस्टडी में ले लिया. इस दौरान मोरल पुलिसिंग के खिलाफ 'किस ऑफ लव' इवेंट के समर्थकों ने जमकर नारे लगाए.
हालांकि इसके बाद पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा, जिसमें आठ प्रदर्शनकारी और मीडियाकर्मी घायल हो गए, जबकि दो घंटे तक ट्रैफिक बाधित रहा.
गौरतलब है कि यह अभियान मंगलौर में 2009 के पिंक चड्ढी अभियान की तरह रहा, जहां सैकड़ों लोगों ने वैलेंटाइन डे के दिन पब में महिलाओं पर हमले के खिलाफ दक्षिणपंथी समूह के दफ्तरों में गुलाबी अंडरवियर भेजे.